डुमरिया. बकाया कमीशन की मांग पर डुमरिया के राशन दुकानदार फेयर प्राइस डीलर एसोसिएशन के बैनर तले एक सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. इससे गरीबों को राशन नहीं मिल पा रहा है. इस दिशा में प्रशासन मौन है. गरीबों के लिए अबतक वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गयी है. हड़ताल के कारण आदिम जनजाति सबर परिवारों को राशन नहीं मिल पा रहा है. सबरों को डाकिया योजना के तहत सीधे उनके घर तक राशन पहुंचाने का प्रावधान है. इस पर राशन दुकानदारों की कोई जबावदेही नहीं है. बावजूद सबरों को राशन से वंचित रखा गया है. प्रावधान के अनुसार, सबर के घर- घर तक जाकर डाकिया योजना के तहत राशन पहुंचाना है.
640 सबरों का सितंबर माह का राशन दुकानदारों ने उठा लिया है:
ज्ञात हो कि राशन दुकानदारों ने 640 सबर परिवारों की डाकिया योजना का सितंबर माह का राशन उठाव कर लिया है. सिर्फ 14 सबरों का राशन घाटशिला से आवंटित नहीं हुआ है. कई राशन दुकानदारों ने सबरों की डाकिया योजना का राशन उठाव कर अपनी दुकान में रखा है.सरकार सबरों को 35 किलो राशन घर तक पहुंचाती है. इसके लिए डाकिया योजना शुरू हुई है. इसके लिए अनाज की अलग से बोरियों की पैकिंग की जाती है. अलग से सरकार खर्च करती है. दुर्भाग्य से डुमरिया प्रखंड के सबरों को डाकिया योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है. अभी से खाने पीने की समस्या उनके समक्ष उत्पन्न होने लगी है. मामले की गंभीरता से जांच कर दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.
– राशन दुकानदारों ने डाकिया योजना यानी सबरों का राशन उठाव कर लिया है. यह मेरे संज्ञान में है. कल सभी राशन दुकानदारों से राशन वापस लिया जायेगा. सबरों के बीच अनाज बांट दिया जायेगा.– निलेश कुमार
, बीडीओ सह प्रभारी एमओ, डुमरियाडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

