मुसाबनी. कुईलीसूता पंचायत के भुइयाबोरो गांव में रविवार को भारतीय परिवार संगठन की ओर से शहीद-ए-आजम भगत सिंह की 118वीं जयंती पर ग्रामीण बच्चों के लिए सामुदायिक अध्ययन केंद्र का उद्घाटन किया गया. कार्यक्रम का संचालन गौरव क्रांति गुरु ने किया. अर्पिता कुमारी ने कहा कि भगत सिंह के मूल्यों पर चलना ही सच्ची देशभक्ति है और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए बंधुता पर लगातार काम करना होगा. तरुण कुमार ने वर्तमान दौर में भगत सिंह को पढ़ने और समझने की आवश्यकता पर बल दिया. अजय नाग ने कहा कि भगत सिंह की जयंती पर अध्ययन केंद्र की स्थापना गांव के लिए गौरव की बात है. गणेश मुर्मू ने कहा कि भगत सिंह केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचारधारा का नाम हैं, जिसे जीवन में आत्मसात करना होगा. कार्यक्रम में पॉलिटिकल कार्टूनिस्ट सुंदर मोहन मुर्मू ने बच्चों को कार्टून बनाने और कार्टून के माध्यम से संदेश देने की कला सिखाई. वहीं सामुदायिक अध्ययन केंद्र के संचालन के लिए अस्थायी कमेटी का गठन किया गया, जिसमें गणेश मुर्मू को अध्यक्ष, गौरव क्रांति गुरु को सचिव तथा भवेशानंद पातर, मोहम्मद गुलाम, माही पातर, लवली पातर और विक्रम पातर को कार्यकारी सदस्य बनाया गया. मौके पर जमशेदपुर के तरुण कुमार, अर्पिता कुमारी, सुंदर मोहन मुर्मू, अजय नाग, मुसाबनी के गणेश मुर्मू, स्थानीय ग्रामीण और बच्चे बड़ी संख्या में उपस्थित रहे.
भगत सिंह का बलिदान हर भारतीय के लिए प्रेरणादायक
भाजपा नेत्री व समाजसेवी डॉ. सुनीता देवदूत सोरेन ने रविवार को शहीद-ए-आजम भगत सिंह की 118वीं जयंती पर दाहीगोड़ा स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने भगत सिंह के मातृभूमि की रक्षा के लिए साहस, अटूट संकल्प और बलिदान को हर भारतीय के लिए प्रेरणास्रोत बताया. भगत सिंह की निर्भीकता, न्याय के प्रति प्रतिबद्धता और बलिदान ने स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा दी थी. उनके राष्ट्रप्रेम और सर्वोच्च बलिदान आने वाली पीढ़ियों को देशसेवा के लिए प्रेरित करेगा. मौके पर ग्रामीण भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश साव, काजल कालिंदी, दिलीप टुडू, दिलीप महतो, विनय बेरा, विश्वनाथ दास, असीम दास, संजय टुडू, प्रधान सोरेन, पवन आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

