धालभूमगढ़. राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की पांचवीं वर्षगांठ पर बुधवार को नरसिंहगढ़ अग्रसेन भवन में झारखंड शिक्षा परियोजना ने दिव्यांग बच्चों का जिला स्तरीय शिक्षा समागम सह प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया. मौके पर मैट्रिक व इंटर परीक्षा में उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को मेडल व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया. वहीं, विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया. मुख्य अतिथि बीडीओ बबली कुमारी ने दीप जलाकर समागम का उद्घाटन किया. समावेशी शिक्षा की जिला प्रभारी बिंदु झा ने जिले में समावेशी शिक्षा के तहत दिव्यांग बच्चों के लिए हो रहे कार्यों पर प्रकाश डाला. अभिभावकों व आम लोगों से दिव्यांग बच्चों को मुख्य धारा व शिक्षा से जोड़ने के लिए आगे आने की अपील की.
मैट्रिक में सफल दिव्यांग विद्यार्थी हुए सम्मानित:
पटमदा की संजलि किस्कू, सोनामनी महतो, समाप्ति महतो, पोटका की लता सरदार, सूरज मंडल, जगन्नाथ कुमार, गायत्री ज्योतिषी, धालभूमगढ़ की गीता सिंह, रणजीत सिंह, महेंद्र महतो, रामदास हेंब्रम, कार्तिक सिंह, सुकुलमनी टुडू, बहरागोड़ा की सुनीता महतो, शुभस्मिता, घाटशिला के अनुज दास, चाकुलिया की नागी मार्डी, छाकू मुर्मू, सालगे हांसदा, मुसाबनी के राहुल सोरेन, सरस्वती भूमिज, बोड़ाम के मनोरंजन महतो, ममता महतो, छूटूराम सोरेन, जमशेदपुर के अनुराग सुमन, कुणाल साहू, निशा कुमारी, धनंजय हांसदा, सनी गागराई, मनीषा शर्मा, मंगल बलमुचु.इंटर के सफल दिव्यांग विद्यार्थी सम्मानित :
चाकुलिया की ममता नायक, संजिका गोप, मुसाबनी की सीमा मार्डी, पुष्पा मार्डी, बोड़ाम के विष्णु सिंह, भवानी महतो, जमशेदपुर की सुमिता कुमारी, सिंटू कुमार, पटमदा की बरणाली टुडू, अनीता महतो, पोटका की शंपा सीट, धालभूमगढ़ के मनोज टुडू, अर्जुन बेसरा, शुभमय महतो, घाटशिला के नारान मार्डी. रंगोली के विजेता: संदीप भगत, नागी मार्डी, काजल पैड़ा, चित्रांकन के विजेता जमुना टुडु, अंश, विष्णु सिंह शामिल हैं.दिव्यांग बच्चों के बीच सहायक उपकरण वितरित
समागम को घाटशिला के बीइइओ विजय राम व धालभूमगढ़ की अनीता सिन्हा, प्लस टू हाई स्कूल एसएमसी के अध्यक्ष डॉ तपन गोराई, उप प्रमुख सुकरा मुंडा, पंसस प्रदीप कुमार राय व मुखिया बिलासी सिंह ने संबोधित किया. कार्यक्रम को सफल बनाने में समावेशी शिक्षक सह जिला प्रतिनिधि निखिल मंडल, बीआरपी रंजन सिंह देव, त्रिविद दास, नीरद वरण पात्र, राजकिशोर राणा, बीआरपी भारती साव, शिक्षक मनोज साव, चंदन महतो, विक्रम महतो, का योगदान रहा. कार्यक्रम का संचालन टाटा स्टील फाउंडेशन के मनोज कैवर्त एवं सुकुमार समाद ने किया. जिले के चिह्नित दिव्यांग बच्चों के बीच सहायक उपकरण का वितरण किया गया.दिव्यांग बच्चों में होती है अद्वितीय प्रतिभा : बीडीओ
बीडीओ बबली कुमारी ने कहा कि दिव्यांग बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे लाने के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है. इसकी जानकारी देकर लाभ दिलायें. दिव्यांग बच्चों में शिक्षा के प्रति उत्साह व आग्रह बढ़ा है. दिव्यांग बच्चे भी बहुमुखी प्रतिभा के होते हैं. इन्हें आगे बढ़ाने की जरूरत है. अभिभावक इनका मनोबल बनाये रखें. आम बच्चों से अलग-थलग न करें. मुख्य धारा के साथ जोड़कर रखें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

