घाटशिला. लगातार हो रही बारिश ने घाटशिला में स्वच्छता अभियान की पोल खोल दी है. अभियान में लाखों रुपये खर्च किए गये. इसके बावजूद जमीनी हकीकत नारकीय है. घाटशिला की शहरी पंचायत काशिदा, धरमबहाल, घाटशिला, गोपालपुर और पूर्वी मऊभंडार के कई इलाकों में गंदगी का अंबार लगा है. नालियां जाम हैं. 15 जून से 8 जुलाई के बीच लगातार वर्षा के चलते हालात और बदतर हो गये हैं. जगह-जगह नालियों का पानी सड़कों पर बह रहा है. इससे आम लोगों का पैदल चलना दूभर हो गया है. नेताजी नगर भवन के समीप स्वच्छता के लिए रखे गये कूड़ेदान बॉक्स के पास कचरे का ढेर है. इससे दुर्गंध फैल रही है. बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि स्वच्छता सिर्फ कागजों पर है, जमीन पर नारकीय स्थिति है.
बरसात के बाद विशेष स्वच्छता अभियान चलेगा:
घाटशिला प्रखंड की बीडीओ यूनिका शर्मा ने कहा कि संबंधित पंचायत सचिव से बात कर स्थिति की जानकारी लेती हूं. बरसात के बाद इलाके में विशेष स्वच्छता अभियान चलाने की पहल की जायेगी. फूलडुंगरी क्षेत्र में सड़कें ऊंची होने के कारण घाटशिला रेंज कार्यालय भी जलमग्न हो जाता है. इसकी जानकारी रेंजर ने पथ निर्माण विभाग के कनीय अभियंता को दूरभाष पर दी है. अभियंता ने आश्वासन दिया कि बरसात के बाद स्थिति का निरीक्षण कर पहल की जायेगी.घाटशिला शहर की जर्जर नालियों पर अतिक्रमण, सभी मौन:
घाटशिला में अब तक 591.2 मिमी बारिश दर्ज की गयी है. इससे सड़कें जलमग्न हो जा रही हैं. नालियों की सफाई नहीं होने के कारण फूलडुंगरी चौक से लेकर राजस्टेट तक सड़क पर गंदा पानी भरा है. शहर की नालियां अतिक्रमित हो चुकी हैं. सभी चुप हैं.कई इलाकों से आवेदन प्राप्त हुए हैं. उन सभी स्थानों की सूची तैयार की जा रही है. जहां-जहां नाली जाम है, वहां नोटिस जारी किया जायेगा. संबंधित विभागों को पत्र लिखकर समाधान की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. –
निशांत अंबर सीओ, घाटशिलाB
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