डुमरिया.
डुमरिया सीएचसी का नया भवन तैयार नहीं होने के कारण पुराने प्रखंड कार्यालय भवन में सीएचसी चलाया जा रहा है. इस प्रखंड में मलेरिया का प्रकोप बहुत अधिक है. लगभग 18 गांव मलेरिया जोन के रूप में चिह्नित हैं. ठंड में सीएचसी में मरीजों की संख्या बढ़ जाती है. सीएचसी में औसतन 50 से अधिक मरीज रोज पहुंचते हैं. सीएचसी में महज आठ बेड हैं. जरूरतमंद मरीजों को भर्ती लिया जाता है. इस ठंड में सीएचसी में मात्र दस कंबल है. अधिकतर मरीज अपने घर से कंबल लेकर आते हैं. गुरुवार को इस सीएचसी में भर्ती मरीजों को अपने घर का कंबल प्रयोग करते देखा भी गया. सीएचसी के प्रभारी चिकित्सक डॉ पराव माझी ने बताया कि सीएचसी में 10 कंबल है. कभी-कभी मरीज घर से कंबल लेकर आते हैं. डुमरिया सीएचसी में गुरुवार को ड्यूटी कर रहे चिकित्सक डॉ कल्याण महतो ने बताया कि ठंड बढ़ने के साथ मरीजों की संख्या बढ़ी है. मलेरिया के मरीज लगातार आ रहे हैं. डुमरिया पहाड़ी क्षेत्र है. इस कारण मलेरिया के मरीजों की संख्या अधिक होती है. सीएचसी में अभी तक अलाव की व्यवस्था नहीं की गयी है. सीएचसी की अधिकतर खिड़कियां टूटी हैं. इससे ठंड में मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

