घाटशिला. देश में आपातकाल के काले अध्याय के 50 वर्ष पूरा होने पर बुधवार को भाजपा के पूर्वी सिंहभूम ग्रामीण जिलाध्यक्ष चंडीचरण साव की अध्यक्षता में घाटशिला में संगोष्ठी आयोजित हुई. कार्यक्रम में पोटका की पूर्व विधायक मेनका सरदार और प्रदेश मीडिया प्रभारी योगेंद्र प्रताप सिंह उपस्थित थे. मौके पर आपातकाल के दौरान दमन का सामना कर चुके वरिष्ठ मार्गदर्शक मुसाबनी के कैलाश मेहता, दामपाड़ा के पशुपति मंडल, प्रभाकर दास और अशोक मंडल, डुमरिया के रमाकांत पानी, घाटशिला के भगवान दास अग्रवाल और सुदर्शन जैन को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया. पूर्व विधायक मेनका सरदार ने कहा कि 50 वर्षों में कांग्रेस पार्टी में चेहरे बदल गये, लेकिन उनका चरित्र और सोच आज भी वैसी है. आपातकाल कांग्रेस का अन्याय काल था, जिसे देश कभी नहीं भूल सकता है. प्रदेश मीडिया प्रभारी ने कहा कि 25 जून भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का सबसे काला अध्याय है. कांग्रेस ने रातों-रात आपातकाल थोपकर यह सिद्ध किया था कि उसके लिए सत्ता सर्वोपरि है, संविधान और लोकतंत्र नहीं. जेलों में बंद निर्दोष नागरिकों की पीड़ा और उनके परिवारों की व्यथा को देश कभी नहीं भूल सकता है. कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री सत्या तिवारी ने किया. इस अवसर पर एसटी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष लखन मार्डी, पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश साब, महामंत्री हराधन सिंह, मंत्री गौर पात्र, कृष्ण शर्मा, उपाध्यक्ष हेमंत नारायण देव, मंडल अध्यक्ष अनूप दास समेत भाजपाई उपस्थित थे.
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