डुमरिया.
डुमरिया प्रखंड के भीतरआमदा गांव में मलेरिया फैलने से ग्रामीणों के साथ विभाग भी परेशान है. भीतरआमदा गांव में 6 सबर बच्चे मलेरिया से ग्रसित मिले हैं. सभी को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है. उनका इलाज चल रहा है. शनिवार को डुमरिया सीएचसी की एक टीम भीतरआमदा गांव पहुंची. यहां 26 लोगों के खून का सैंपल लेकर जांच की. इसमें सात लोग मलेरिया पॉजिटिव पाये गये. हालांकि, मरीजों में मलेरिया का कोई लक्षण नहीं था. इसलिए इनको सस्पेंस में रखा गया है. इनकी स्लाइड जांच के बाद पुष्टि होगी. डुमरिया प्रखंड की खैरबनी पंचायत स्थित भीतरआमदा गांव जंगल के बीच बसा है. सबर परिवार जंगल पर बसे हैं. इसके कारण मलेरिया का प्रकोप अधिक है. कुछ लोगों का कहना है कि सीएचसी में लंबे समय से एक ही तरह की दवा का उपयोग करने के कारण दवा का असर कम हो गया है. एक माह पूर्व मलेरिया से ठीक हुए मरीज की जांच में मलेरिया पॉजिटिव आ रहा है. यह जांच का विषय है. सीएचसी के प्रभारी चिकित्सक डॉ पराब माझी से इस संबंध में संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया. ज्ञात हो कि पूर्वी सिंहभूम जिले का डुमरिया प्रखंड मलेरिया जोन में आता है. क्षेत्र में हर साल मलेरिया के मामले मिलते हैं. हालांकि, विभाग हर साल इसपर रोकथाम के लिए कई कदम उठाता रहा है. इसके बावजूद मलेरिया के मरीज लगातार मिल रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

