डुमरिया. डुमरिया प्रखंड में आठवीं के विद्यार्थियों के बीच मुख्यमंत्री निःशुल्क साइकिल वितरण योजना के तहत बांटी जा रही साइकिल को बिना दुरुस्त करके देने का आरोप है. नब्बे फीसदी साइकिलों के चक्कों के टायरों में हवा तक नहीं है. यहां दूरदराज से आये विद्यार्थी डुमरिया के पुराने प्रखंड कार्यालय से पैदल ही विद्यार्थी 6 से 7 किमी तक धकेलते हुए धूप में साइकिल को लेकर घर जा रहे हैं. कई विद्यार्थी बाइक में दो-दो साइकिल को लादकर ले जा रहे हैं. यह कभी बड़ी दुर्घटना हो सकती है. विद्यार्थियों ने बताया कि कि हमें जल्दी बुला लिया जाता है और विभाग द्वारा लगभग 12 बजे के बाद साइकिल का वितरण किया जाता है. उसमें भी साइकिल के पहिये में हवा नहीं रहती. साइकिल दुकानदार भी पंप नहीं देना चाहते हैं, क्योंकि इतनी साइकिलों में एक साथ हवा देने से पंप खराब हो जाता है. डुमरिया प्रखंड में कल्याण विभाग की ओर से वित्तीय वर्ष 2024-25 के आठवीं के विद्यार्थियों के बीच शुक्रवार तक 679 साइकिलों का वितरण किया जा चुका है. जबकि 705 साइकिल वितरण करनी हैं.
विद्यालय तक पहुंचने पर नहीं होगी परेशानी
वहीं, वित्तीय वर्ष 2023-24 के विद्यार्थियों के बीच 917 साइकिल वितरण की जानी हैं. परिजनों का कहना है कि साइकिलों को अगर विद्यालयों तक पहुंचा दिया जाता है, तो कोई अनहोनी की संभावना नहीं होगी. सभी विद्यार्थी मुख्य सड़क से होकर ही गांव तक जाते हैं.प्रभारी कल्याण पदाधिकारी राजेश सामद लकड़ा ने कहा कि ठेकेदार ने तीन कारीगर ही भेजे हैं. काम धीमी गति से हो रहा है. इसलिए साइकिलों में हवा नहीं हो पा रह रहा है. आगे इस पर ध्यान दिया जायेगा, ताकि बच्चों को परेशानी न हो.
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