धालभूमगढ़. नरसिंहगढ़ पेयजलापूर्ति योजना का पंप और स्टार्टर में खराबी के कारण मंगलवार को दिनभर करीब 300 उपभोक्ता पानी के लिए परेशान रहे. सुबह से दिनभर जलापूर्ति नहीं हो सकी. उपभोक्ताओं का कहना है कि मोटर व स्टार्टर में बार-बार खराबी आ रही है. वहीं, विभाग ध्यान नहीं दे रहा है. पेयजल और स्वच्छता समिति ने अतिरिक्त मोटर के लिए गंभीरता से प्रयास नहीं किया. इसके कारण नरसिंहगढ़ के लगभग 300 से ज्यादा उपभोक्ताओं को जल संकट का सामना करना पड़ रहा है. बीते छह अक्तूबर को स्टार्टर जल जाने से जलापूर्ति ठप रही. इसके बाद में नया स्टार्टर लगाया गया. 20 एचपी का मोटर के मोटर गर्म होने से स्टार्टर से धुआं निकलने लगा. इसके कारण मंगलवार को पुनः जलापूर्ति बंद कर दी गयी. अब 20 एचपी के मोटर को निकाल कर 15 एचपी का मोटर लगाया जा रहा है. देर शाम समाचार लिखे जाने तक 15 एचपी का मोटर लगाने का काम जारी था.
उपभोक्ताओं ने पंप हाउस पहुंच जताया विरोध :
बार-बार मोटर व पंप में खराबी आने से उपभोक्ताओं में आक्रोश है. मंगलवार को काफी संख्या में उपभोक्ता पंप हाउस पहुंचे. विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए आक्रोश जताया. उपभोक्ताओं का कहना है कि वे नियमित रूप से पानी का शुल्क दे रहे हैं, तो बार-बार पेयजल संकट का सामना क्यों करना पड़ रहा है. विभाग व समिति जल्द ही जलापूर्ति नियमित करने के लिए गंभीर प्रयास करे, अन्यथा उपभोक्ताओं के आक्रोश का सामना करना पड़ेगा.नयी बोरिंग ही समस्या का स्थायी समाधान : बिलासी
पेयजल व स्वच्छता समिति की अध्यक्ष सह मुखिया बिलासी सिंह ने कहा कि बोरिंग की गहराई कम हो गयी है. 20 एचपी के मोटर में तकनीकी खराबी के कारण स्टार्टर जल रहा है. स्थायी समाधान नयी बोरिंग ही है. 20 एचपी का मोटर मरम्मत के लिए बहरागोड़ा में दिया गया है. इसका पार्ट्स मिल नहीं रहा था. इसके कारण विलंब हो रहा है. 15 एचपी के मोटर से देर रात तक जलापूर्ति बहाल की कोशिश हो रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

