घाटशिला.
घाटशिला लैंपस में स्थापित 30 एमटी क्षमता वाला कोल्ड स्टोर तीन साल से बेकार पड़ा है. लैंपस प्रबंधन द्वारा कई बार प्रयास किए गये कि स्थानीय व्यापारी या किसान इसके संचालन की जिम्मेदारी ले. परंतु कोल्ड स्टोर में जनरेटर आधारित सिस्टम होने के कारण किसी ने रुचि नहीं दिखायी. स्थिति को देखते हुए लैंपस की ओर से जिला में प्रस्ताव भेजा गया है कि इसे सोलर आधारित कोल्ड स्टोर में परिवर्तित किया जाये, ताकि छोटे व्यापारी और स्थानीय व्यवसायी इसे आर्थिक रूप से संचालित कर सकें. लैंपस अध्यक्ष शांखो मुर्मू ने बताया कि लगभग 5 वर्ष पूर्व लैंपस की स्थिति काफी अच्छी थी, पर वर्तमान में उस तरह का व्यवसाय भी नहीं है. इस पर सरकार का ध्यान भी नहीं है. उन्होंने बताया कि पहले लैंपस में डीएपी और यूरिया कम कीमत पर उपलब्ध होता था. उस समय जमशेदपुर में नियमित रूप से उर्वरक का रैक लगता था. लेकिन पिछले एक दशक से जमशेदपुर में उर्वरक का रैक नहीं लग रहा. इस कारण लैंपस को कोडरमा से खाद लानी पड़ती है. अतिरिक्त परिवहन लागत के चलते उर्वरक लाना बंद करना पड़ा. उन्होंने बताया कि इस समस्या पर किसी भी जनप्रतिनिधि ने ध्यान नहीं दिया. वहीं मार्केट में उपलब्ध लाइसेंसधारी दुकानों पर यूरिया और डीएपी तो मिलते हैं, पर किसानों को सुविधाजनक दर पर उर्वरक नहीं मिल पाता.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

