गालूडीह : चुनावी धमाचौकड़ी में मुख्य धारा से कटा बड़ापहाड़ गांव के ग्रामीण खामोश हैं. घाटशिला प्रखंड की उलदा पंचायत स्थित बड़ापहाड़ गांव में गण तो है, पर तंत्र फेल है. इस गांव में एक अदद प्राथमिक विद्यालय का भवन तक नहीं. झोपड़ी में सरकारी स्कूल चलता है. गांव में आज तक बिजली नहीं पहुंची. ढिबरी युग में ग्रामीण जी रहे हैं.
विकास के नाम पर इस गांव में सिर्फ मनरेगा से एक सड़क बनी है और चापानल लगा है. इसके अलावा ओर कुछ नहीं हुआ. इस गांव में कभी कोई सांसद आज तक नहीं पहुंचे हैं. इस गांव के ग्राम प्रधान मुनीव गुप्ता कहते हैं. नाम का गणतंत्र है. इस गांव में गण हैं, परंतु तंत्र नाम की कोई चीज नहीं. चुनाव में वोट देने के लिए सुवर्णरेखा नदी पार कर चंद्ररेखा बूथ जाते हैं, परंतु नेता चुनाव जीतने के बाद गांव कभी नहीं आते.