बासुकिनाथ : झारखंड आंदोलनकारी मंच की बैठक शनिवार को जिला अध्यक्ष बाबूराम मुर्मू की अध्यक्षता में जरमुंडी में हुई. जिसमें आंदोलनकारियों के विभिन्न समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गयी. जिला अध्यक्ष श्री मुर्मू ने बताया कि राज्य सरकार ने सभी चिह्नित आंदोलनकारियों को धोखा देने का काम किया.
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने आंदोलनकारियों को सम्मानित करने की घोषणा की थी बावजूद इस दिशा में सरकार द्वारा कोई पहल नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है. चिह्नित सभी आंदोलनकारियों को सम्मानित राशि देने की घोषणा की गयी थी. आंदोलनकारियों ने बताया कि संतालपरगना के आंदोलनकारी एकजुट होकर राज्य सरकार के दो रंगी नीतियों के विरोध में चरणबद्ध आंदोलन करने का मन बना रही है.
आंदोलनकारियों के 10 हजार आवेदन पर हुआ विचार
बाबूराम मुर्मू ने बताया कि चिह्नितीकरण आयोग द्वारा 10 हजार आवेदन पर ही विचार किया गया. तथा आयोग द्वारा ग्यारह सूची में 3840 आंदोलनकारियों को चिह्नित किया गया. आयोग के पास चिह्नित करने के लिए आंदोलनकारियों का 38 हजार आवेदन प्राप्त हुआ था जिसमें 24 हजार आवेदन पर अबतक कुछ भी विचार नहीं किया गया. ज्ञात हो कि आयोग का कार्यकाल 31 मई को ही खत्म हो गया है.
आंदोलनकारियों का आवेदन कार्यालय में रखा धूल फांक रहा है. उन्होंने बताया कि सरकार की कथनी और करनी में अंतर है . आंदोलनकारी सम्मान पाने तक लडाई लडेगी. 11 जुलाई सोमवार को दुमका कचहरी परिसर में बैठक होगी. जिसमें सरकार के विरोध में आगे की रणनीति पर विचार किया जायेगा. मौके पर श्यामलाल बास्की, मुंशी हांसदा, मस्तन मरांडी, बटेश्वर किस्कू, लोबिन टुडू, छोटका मरांडी, लखनलाल साह, प्रफूल्ल ततवा, संग्राम हांसदा, सोनालाल टुडू, मधुसूदन मुर्मू, विरजु सोरेन आदि उपस्थित थे.