शव को ठेकेदार के घर के सामने रखकर मचाया हंगामा
रामगढ़ : मजदूरी करने के लिए रामगढ़ से मुंबई जाने के लिए निकले एक मजदूर की मौत ट्रेन से कटकर हो गई. यह घटना रविवार को जसीडीह में उस वक्त घटी है, जब रामगढ़ प्रखंड के बंदरजोरा पंचायत के आदिवासी टोला का वह युवक पानी लेने के लिए उतरा था.
उसी वक्त ट्रेन खुल गई और वह दौड़ कर चढ़ना चाहा, लेकिन पैर फिसल गया जिससे वह ट्रेन की चपेट में आ गया. इसके बाद उसे गंभीर अवस्था में अन्य लोगों के सहयोग से सोमवार को देवघर के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां वह 13 घंटों तक जिंदगी और मौत के बीच जूझता रहा और अंत में दम तोड़ दिया. इसके बाद अस्पताल प्रबंधन द्वारा मजदूर के पास से मिले लेबर कार्ड पहचान से परिजनों को सूचना दी. सूचना पाकर मजदूर सोम हांसदा (35) की पत्नी तालो हेंब्रम परिजनों के साथ देवघर अस्पताल पहुंची और लाश को गांव लाया.
यहां परिजनों ने चलती ट्रेन में चढ़ने के दौरान साथी मजदूरों व ठेकेदारों द्वारा उसे नहीं उठाने तथा उल्टे वहां से भाग जाने का कड़ा विरोध किया. इधर घटना की सूचना पाकर गांव पहुंचे झामुमो के नेता सुबोध साह ने शोक जताया और कहा कि ठाड़ीहाट अंतर्गत कुशीयाम गांव के मदन और मुरारी कापरी अनाधिकार रूप से मजदूरी करने गांव से मजदूरों को मुंबई ले जाता है और वहां 12 घंटे काम करता है. इस अंतराल में काम करने के दौरान उन्हें 600 रुपये मजदूरी मिलती है, लेकिन ठेकेदारों के द्वारा राशि हड़प कर मजदूरों को केवल 280 रुपये दी जाती है.
भाजपा नेता सुरेश साह और जेएमए नेता सुबोध साह की अगुआई में मंगलवार को मजदूरों के परिजनों ने लाश को ठेकेदार के घर के सामने रखकर हंगामा किया और 10 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की. समाचार लिखे जाने ठेकेदार के घर का घेराव जारी था और पुलिस नहीं पहुंची थी.