आयोजन. धूमधाम से मना राजा नुनू मांझी का 44वां यादगार दिवस, बोले पूर्व सांसद
प्रतिनिधि, बासुकिनाथजरमुंडी प्रखंड के डूबा गांव में राजानुनू मांझी यादगार समिति ने धूमधाम से राजानुनू मांझी की 44वां यादगार दिवस मनाया. मुख्य अतिथि पूर्व सांसद अभयकांत प्रसाद व सामाजिक कार्यकर्ता मीनू कुमारी ने समाधि स्थल पर पुष्प अर्पित कर याद किया. पूर्व सांसद श्री प्रसाद ने कहा कि इंसान अपने कर्मों से महान बनता है. आदर्श समाज के निर्माण के लिए एकजुट होने की जरूरत है. शिक्षा के बिना गांव का सर्वांगीण विकास नहीं हो सकता है. युवाओं को नशे की लत से दूर रहने की अपील की. कहा नशा परिवार को तबाह कर देता है. राजानुनू मांझी समाजसेवी थे. जनता के दुख-दर्द में हमेशा शामिल रहते थे. सामाजिक कार्यों में उनकी गहरी रुचि रहती थी. किसानों को खेती कर आत्मनिर्भर बनने की बात वो हमेशा करते थे. सामाजिक कार्यकर्ता मीनू कुमारी ने कहा कि शिक्षित समाज के साथ-साथ दहेज मुक्त समाज निर्माण करने के लिए समाज के सभी वर्गों को आगे आने की बात कही. उन्होंने कहा कि किसी भी समाज का विकास शिक्षा के बिना संभव नहीं है. कार्यक्रम में सोनालाल हेंब्रम, देवव्रत मंडल, बाबूराम मुर्मू, महादेव यादव, रामफल लायक, नंद राम कुंवर, आसामी लायक आदि मौजूद थेखेलकूद प्रतियोगिता में बच्चों की दिखी प्रतिभा, मिले पुरस्कार
यादगार दिवस पर डूबा गांव के मैदान में 29 गांवों के लोगों की भीड़ जुटी थी. मेले में टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट, 100 मीटर दौड़, 200 मीटर दौड़, जलेबी रेस, गणित रेस, सुई धागा रेस, कुर्सी रेस, घड़ा फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस दौरान ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों ने अपनी प्रतिभा दिखायी. विजेता प्रतिभागी बच्चों को कमेटी सदस्यों पुरस्कृत कर हौसला आफजाइ की. निसुंदरिया, पोखरिया, खेराबांध, कुंडवे, मथुरा, अमराकुंडा, कुसुमडीह, ठोरी, चंदना, सहारा के अलावा जिले के जामा, रामगढ़ व सरैयाहाट प्रखंड से भी लोग पहुंचे थे. मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है