चप्पल हाथ में उठाकर बच्चे पार करते हैं कीचड़मय सड़क
Advertisement
हुजूर ! अब तो बना दें सड़क मांग. शिकायत व गुहार लगा-लगाकर थक गये
चप्पल हाथ में उठाकर बच्चे पार करते हैं कीचड़मय सड़क दुमका : दुमका सदर प्रखंड के सरुवा गांव से होकर गोबिंदपुर-साहिबगंज हाइवे सड़क बनी है. यह गांव ऐसा है, जो दुमका-भागलपुर मार्ग के साथ-साथ दुमका-मसलिया-नाला मार्ग को छुता है. इस गांव की बाहरी सड़कें तो बहुत अच्छी है, पर गांव के अंदर की सड़क उतनी […]
दुमका : दुमका सदर प्रखंड के सरुवा गांव से होकर गोबिंदपुर-साहिबगंज हाइवे सड़क बनी है. यह गांव ऐसा है, जो दुमका-भागलपुर मार्ग के साथ-साथ दुमका-मसलिया-नाला मार्ग को छुता है. इस गांव की बाहरी सड़कें तो बहुत अच्छी है, पर गांव के अंदर की सड़क उतनी ही बदहाल है. गांव के अंदर मंडल टोला व भंडारी टोला की गलियों का हाल तो बरसात में और भी बुरा है.
मुहल्ले के लोगों ने कई बार जिला प्रशासन से लेकर तत्कालीन उप मुख्यमंत्री व मुख्यमंत्री रहे हेमंत सोरेन का और बाद में समाज कल्याण मंत्री डॉ लोइस मरांडी का ध्यानाकृष्ट कराया था, पर सुधि नहीं ली गयी. इस गांव के लोगों की मांग है कि दुधानी में महिंद्रा शोरूम के ठीक सामने से भंडारीटोला होते हुए मंडल टोला तक तो कीचड़ अब दलदल का रूप ले चुकी है. हर दिन इस रास्ते से सैकड़ों बच्चियां स्कूल जाती हैं. बच्चियों को फिसलने का डर रहता है, ऐसे में वे एक हाथ से अपना बैग संभालती हैं, तो दूसरे हाथ में चप्पल.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement