अस्पताल में रोजाना सैकड़ों मरीज जांच के लिए पहुंचते हैं. साेमवार को भी बड़ी संख्या में लोग पर्ची कटा कर एक्स-रे कराने के लिए कतार में खड़े थे. लेकिन मशीन ठप हो जाने के कारण घंटों इंतजार करने के बावजूद उन्हें जांच नहीं मिल सकी. कई मरीज मजबूरन बाहर के निजी डायग्नोस्टिक सेंटर का रुख करने पर विवश हो गये. मरीजों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया. उनका कहना था कि अक्सर मशीनों में तकनीकी गड़बड़ी आ जाती है, लेकिन मरम्मत में समय पर पहल नहीं की जाती. इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ता है. मरीजों की मांग है कि अस्पताल में बैकअप व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि किसी तकनीकी खराबी की स्थिति में सेवा पूरी तरह से ठप न हो और मरीजों को निजी क्लिनिक के चक्कर न लगाने पड़ें.
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