Dhanbad News : बीसीसीएल बरोरा क्षेत्र के महाप्रबंधक पीयूष किशोर द्वारा मधुबन पंचायत के मुखिया को भेजे गये पत्र के बाद मधुबन, मोहनपुर, सिदपोकी, सदरियाडीह व केसरगढ़ मौजा के ग्रामीण उग्र हो गये हैं. पत्र में महाप्रबंधक ने स्पष्ट किया है कि मधुबन कोलियरी में एमडीओ मोड के तहत इंदुकुरी निजी कंपनी को खनन कार्य की स्वीकृति दी गयी है. इसके तहत गैरआबाद व रैयती भूमि का अधिग्रहण कर कंपनी को लीज पर दिया जाना है. महाप्रबंधक ने मुखिया से आग्रह किया है कि ग्रामीण इंदुकुरी प्रबंधन से वार्ता कर नियमानुसार मुआवजा एवं लाभ प्राप्त करें. कंपनी के कार्य में सहयोग करें. इस पर ग्रामीणों का कहना है कि वे किसी भी कीमत पर अपनी जमीन निजी कंपनी को लीज पर नहीं देंगे. इसके विरोध में उन्होंने मधुबन कोलियरी स्थित इंदुकुरी निजी कंपनी के कार्यालय समेत अन्य स्थानों पर दीवार लेखन कर चेतावनी दी है. ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व में भी मधुबन बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले वे राज्यपाल, मुख्यमंत्री, सांसद व कोयला मंत्री सहित अन्य जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंप चुके हैं. उनकी मांग है कि भूमि लीज की प्रक्रिया पर पूरी तरह रोक लगायी जाए. विदित हो कि उक्त पांच मौजा की लगभग 57 एकड़ भूमि को परियोजना विस्तार के लिए बीसीसीएल द्वारा राज्य सरकार से लीज पर मांगा गया है. कंपनी ने दावा किया है कि इसके एवज में प्रभावितों को पुनर्वास एवं मुआवजा नीति के तहत लाभ दिया जायेगा. विरोध में मधुबन मुखिया बिरजू महतो, डेगलाल महतो, गोपाल महतो, धनेश महतो, वंशी महतो, भरत महतो, भगलु महतो, मुक्तेश्वर महतो आदि थे.
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