Dhanbad News: इंकलाबी नौजवान सभा (आरवाइए) की राष्ट्रीय परिषद की दो दिवसीय बैठक रविवार से निरसा स्थित गुरुदास भवन में शुरू हो गयी. बैठक में बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, असम, दिल्ली, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं. इस दौरान दो दिनों तक मौजूदा संघर्ष की चुनौतियों और आगामी आंदोलनात्मक कार्यक्रमों पर चर्चा होगी. बैठक में इंनौस के राष्ट्रीय महासचिव नीरज कुमार ने कहा कि आज देश में ‘वंदे मातरम्’ और राष्ट्रवाद के नाम पर देशभक्ति का सर्टिफिकेट बांटा जा रहा है. मोदी सरकार के संरक्षण में इतिहास को उलट-पुलट कर झूठे राष्ट्रवाद का शोर खड़ा किया जा रहा है, ताकि असली मुद्दों से ध्यान जनता का भटकाया जा सके. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की नीतियों से सबसे ज्यादा नौजवान तबाह हैं. शिक्षा और रोजगार पर हमले हो रहे हैं. विश्वविद्यालयों को ज्ञान और लोकतांत्रिक बहस के केंद्र के बजाय नियंत्रण और दमन के अड्डों में बदला जा रहा है. नयी शिक्षा नीति के नाम पर शिक्षा का निजीकरण किया जा रहा है. इससे गरीबों के लिए उच्च शिक्षा और कठिन होती जा रही है. कल-कारखानों और कंपनियों में आउटसोर्सिंग, ठेकाकरण और अस्थायी रोजगार के जरिये नौजवानों का शोषण किया जा रहा है. स्थायी नौकरियां खत्म कर भविष्य को असुरक्षित बनाया जा रहा है. झारखंड में निजी कंपनियों और अन्य परियोजनाओं में स्थानीय लोगों को रोजगार की गारंटी नहीं दी जा रही है. इससे राज्य में बेरोजगारी और पलायन बढ़ रहा है. इस जनविरोधी और लोकतंत्र-विरोधी नीतियों के खिलाफ नौजवानों को संगठित संघर्ष तेज करना होगा.
वोट और नागरिकता छीनने की हो रही साजिश : रवि राय
मुख्य अतिथि माले के पोलित ब्यूरो सदस्य रवि राय ने कहा कि झारखंड में बेरोजगारी, विस्थापन, भूमि अधिग्रहण, खनन क्षेत्र में ठेका प्रथा और मजदूरों के अधिकारों पर लगातार हमले हो रहे हैं. आउटसोर्सिंग से स्थानीय नौकरियां खत्म करने की साजिश की जा रही है. एसआइआर के जरिये पिछले दरवाजे से एनआरसी थोपने, लोगों का वोट और नागरिकता छीनने की साजिश हो रही है. ये नीतियां नौजवानों को अधिकार विहीन करने और लोकतंत्र को कमजोर करने की दिशा में खतरनाक कदम है. समाज को धर्म और पहचान के आधार पर बांटकर लोकतंत्र को खोखला किया जा रहा है. इसे देश के नौजवान कभी सफल नहीं होने देंगे. मौके पर झारखंड के राज्य सचिव अविनाश कुमार, बिहार के पूर्व विधायक शिवप्रकाश रंजन, यूपी के राज्य सचिव सुनील मौर्य पूर्व विधायक अजीत कुशवाहा, संदीप जयसवाल, सवा परवीन, ओणम सिंह, राधा कुमार, दिव्या भगत सहित कई अन्य लोग शामिल हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

