भवान कारा गोशाला मटकुरिया में गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी मटकुरिया की ओर से गुरु गोविंद सिंह की माता गुर्जर कौर व उनके चार साहेबजादों के शहादत दिवस पर तीन दिवसीय कार्यक्रम का समापन रविवार को हो गया. इस अवसर पर सुबह मुख्य दीवान सजाया गया. यहां भारी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुों ने गुरु दरबार में मत्था टेका. वहीं स्थानीय बच्चों ने सबद गायन किया.
सबद कीर्तन कर संगत को निहाल किया
भाई गुरविंदर सिंह (रुद्रपुर) ने सबद कीर्तन कर संगत को निहाल किया. इस दौरान पहिला मरण कबूल जीवन की छड़ आस, होहु सभना की रेणुका तउ आओ हमारे पास ..,( पहले मृत्यु स्वीकार करो. जीवन की आस छोड़ दो, सबकी धूल बन जाओ फिर मेरे पास आओ) आदि गुरवाणी कार्यक्रम स्थल पर गूंजते रहे. धर्म प्रचारक भाई हरप्रीत सिंह बिलासपुर ने बताया कि गुरु गोविंद सिंह की माता गुर्जर कौर और चार साहेबजादे बाबा अजीत सिंह, बाबा जोरावर सिंह, बाबा जुझार सिंह व बाबा फतेह सिंह ने गुरुसिखी के लिए शहीदी दी थी. हम उसे नहीं समझ रहे हैं. जुल्म के खिलाफ आवाज उठायें और पीड़ितों की सेवा करें. कार्यक्रम की समाप्ति के बाद गुरु का अटूट लंगर बरसा. आयोजन में कमेटी के प्रधान राजेंद्र सिंह, सचिव जसविंदर सिंह, मनजीत सिंह, मनमीत सिंह, गुरजीत सिंह, वरयाम सिंह, इंद्रजीत सिंह, नीतू, दविंदर सिंह, चरनप्रीत सिंह आदि सक्रियता से जुटे रहे.
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