Dhanbad News : सीएसआइआर संस्थान डिगवाडीह ने सोमवार को विश्लेषणात्मक रसायन विज्ञान, मृदा व जल विश्लेषण में इसका अनुप्रयोग शीर्षक से कौशल विकास कार्यक्रम के अपने चौथे संस्करण का उद्घाटन किया. कार्यक्रम का उद्देश्य विभिन्न विश्वविद्यालयों के स्नातकोत्तर छात्रों की तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाना है. विशेष रूप से पर्यावरणीय नमूना विश्लेषण के क्षेत्र में, जिसमें मृदा एवं जल गुणवत्ता मूल्यांकन पर विशेष ध्यान दिया जायेगा. प्रभारी वैज्ञानिक डॉ आशीष मुखर्जी ने कहा कि कौशल और ज्ञान ही राष्ट्र की प्रगति के प्रेरक बल हैं. भारत की 60-70 प्रतिशत कृषि मृदा और जल विश्लेषण पर निर्भर करती है. पाठ्यक्रम समन्वयक डॉ आर इभिन मस्तो ने प्रशिक्षण की संरचना, उद्देश्यों और अपेक्षित परिणामों पर प्रकाश डाला. इस दौरान प्रतिभागियों के लिए संदर्भ मार्गदर्शिका प्रशिक्षण पुस्तिका का विमोचन किया गया. जिज्ञासा के समन्वयक इंजीनियर अमर नाथ ने भारत के विभिन्न क्षेत्रों से आये छात्रों का आभार व्यक्त किया. धनबाद के निदेशक प्रो अरविंद कुमार मिश्रा ने राष्ट्रीय क्षमता निर्माण और अनुप्रयुक्त अनुसंधान प्रशिक्षण के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता की पुष्टि की. उद्घाटन भाषण मुख्य अतिथि प्रो. अंशुमाली ने दिया. समापन डॉ आर. एभिन मस्तो के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ.
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