पूजा टॉकीज के पास 20 डिसमिल जमीन को लेकर जिला परिषद और रेलवे के बीच विवाद गहराता जा रहा है. जिला परिषद ने हाल ही में चार लाख रुपये की लागत से जमीन की बाउंडरी करायी थी. रविवार को बाउंडरी पर जिला परिषद का नाम लिखवाया गया, लेकिन सोमवार सुबह तक किसी ने उस नाम को पूरी तरह मिटा दिया. इस घटना के बाद विवाद गहरा गया है. जिला परिषद अध्यक्ष शारदा सिंह ने इसे गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच का आदेश दिया है. उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जानकारी और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर पता चला है कि एक रेल कर्मी बाउंडरी के अंदर घुसकर पेंट कर रहा था. उन्होंने आरोप लगाया कि इसी दौरान जिला परिषद का लिखा गया नाम मिटा दिया गया. उन्होंने कहा कि इस काम को नुकसान पहुंचाने और अतिक्रमण की कोशिश बताते हुए रेल कर्मियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है.
जमीन जिला परिषद की संपत्ति है
जिप अध्यक्ष शारदा सिंह ने कहा कि उक्त जमीन जिला परिषद की संपत्ति है और उसकी सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने बताया कि रेलवे के क्वार्टर भी इसी क्षेत्र में बने हुए हैं. अंचलाधिकारी को नापी कराने के लिए पत्र लिखा जायेगा. उन्होंने कहा कि सरकारी संपत्ति से छेड़छाड़ गंभीर अपराध है और किसी भी स्तर पर सहन नहीं किया जायेगा. बाउंडरी पर से जिला परिषद का नाम मिटाने की घटना न सिर्फ संपत्ति पर दावा कमजोर करने की कोशिश है, बल्कि कानून व्यवस्था को चुनौती भी है. जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
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