Dhanbad News: साइबर ठगी का हुआ खुलासा: बैंक मोड़ झरिया रोड स्थित होटल में छापेमारी
Dhanbad News: बैंक मोड़ पुलिस ने शेल कंपनियों का इस्तेमाल कर हवाला के जरिए पैसे भेजने वाले नौ साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है. सभी झरिया रोड स्थित द होटल कैसल के एक कमरे से सोमवार को पकड़े गये. पुलिस ने इनके पास से पांच लाख 80 हजार 700 रुपये, एक थार गाड़ी, 17 मोबाइल, विभिन्न बैंकों के 23 एटीएम कार्ड, एक आईपैड, एक लैपटॉप जब्त किये हैं. जब पुलिस ने सभी को थाना लाकर पूछताछ की, तो पता चला कि ये अंतर प्रांतीय साइबर अपराध गिरोह के सदस्य हैं. वरीय पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने मंगलवार को अपने कार्यालय सभागार में पत्रकारों को बताया कि दबोचे गये साइबर ठगों में धनबाद के पांच, बोकारो के तीन व प. बंगाल के हावड़ा का एक शामिल है. इनमें धनबाद के सुदामडीह थाना क्षेत्र के पाथरडीह लोको बाजार निवासी कुमार विशाल सिंह व सुमित कुमार राय, पाथरडीह स्वारडीह बस्ती के विशाल कुमार व राहुल कुमार राय, प. बंगाल के हावड़ा स्थित लिलुवा के चौकपाड़ा मध्य थाना क्षेत्र निवासी अर्णव कुमार राय, चास थाना क्षेत्र के सुल्तान नगर निवासी रिजवान खान, मो आसिफ व कैलाश नगर निवासी राजकुमार सिंह और बैंक मोड़ थाना क्षेत्र के वासेपुर कमर मकदुमी रोड निवासी मो मोबस्सिर आलम हैं. प्रेस काॅन्फ्रेंस में सिटी एसपी ऋत्विक श्रीवास्तव, बैंक मोड़ थाना प्रभारी प्रवीण कुमार समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे.सिटी एसपी के नेतृत्व में टीम का किया गया था गठन
एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि सोमवार को गुप्त सूचना मिली कि बैंक मोड़ के एक होटल में कई साइबर अपराधी जुटे हैं. सिटी एसपी के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर होटल में छापेमारी कर नौ साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में उन लोगों ने बताया कि ये लोग अपने अन्य साथियों की मदद से विभिन्न बैंकों में डमी खाता खुलवाते और उसी खाता में साइबर अपराध के पैसों को ट्रांसफर करते थे. एसएसपी ने बताया कि पकड़े गये अपराधियों से अभी प्रारंभिक पूछताछ ही हो पायी है. पूरे मामले की जांच शुरू हुई है. जल्द ही इन लोगों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जायेगी.व्हाट्सएप व टेलीग्राम पर एपीके फाइल भेज करते थे ठगी
एसएसपी ने बताया कि अपराधियों के मोबाइल की जांच करने पर पता चला कि ये व्हाट्सएप एवं टेलीग्राम के जरिये धोखाधड़ी करते थे. इन्वेस्टमेंट स्कीम एवं गेमिंग एप के लिए प्रयोग किये जाने वाले विभिन्न बैंकों के खाताें का पता चला, जो अलग-अलग व्यक्तियों के नाम से है. ये लोग फर्जी एपीके फाइल के माध्यम से ठगी करते थे. जब पुलिस ने एनसीआरबी पोर्टल पर जांच की, तो पता चला कि इन लोगों ने कई लोगों को ठगा है. उससे संबंधित मामले पोर्टल पर दर्ज हैं. छापेमारी में बैंक मोड़ थाना प्रभारी प्रवीण कुमार, एसआइ तारिक वसीम, अभय कुमार, शबाज अंसारी, संजय कुमार कुशवाहा, एएसआइ सोयना सिंह मुंडा, जवान नरेंद्र कुमार एवं थाना सशस्त्र बल शामिल था.पुलिस ने निकलवाया 99 पन्नों का ट्रांजेक्शन डिटेल्स
जांच में पता चला कि इन लोगों के पास से 125 से ज्यादा बैंक खाते हैं. वहीं 50 से ज्यादा शेल कंपनियां बना रखी थीं. ये लोग ठगी से अर्जित रुपये से बाइनेंस यूएसडीटी लेते थे और उसे इंडियन करेंसी में ट्रांसफर कर रुपये की निकासी कर लेते थे. ठगों ने पुलिस को बताया कि पैसे शेल कंपनियों का इस्तेमाल कर हवाला के जरिए अपने साथियों तक पहुंचाते थे. जब्त पांच लाख 80 हजार 700 रुपये भी ठगी के ही हैं. मोबाइल के सिम की जांच करने पर पता चला कि अधिकतर सिम दूसरे व्यक्ति के नाम पर हैं. पुलिस ने 99 पन्ने का पूरा ट्रांजेक्शन डिटेल्स निकलवाया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

