Dhanbad News : गोमो के गुनघसा निवासी खोरठा के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ महेंद्रनाथ गोस्वामी ””सुधाकर”” वाल्मीकि रामायण को खोरठा भाषा में अनुवाद करने में जुटे हैं. उससे खोरठा भाषियों को अब अपनी भाषा में वाल्मीकि रामायण पढ़ने का अवसर मिलेगा. श्री सुधाकर ने बताया कि रामायण प्रसार परिशोध प्रतिष्ठान, अम्बाला की ओर से वाल्मीकि रामायण को विश्व की सभी भाषाओं में अनुवाद कराने का काम कराया जा रहा है. संस्था अब तक विश्व की 27 भाषाओं में वाल्मीकि रामायण को अनुवाद करने का काम पूरा कर चुकी है. श्री सुधाकर को संस्था की ओर से जारी पत्र 28 नवम्बर को प्राप्त हो चुका है. उसके बाद वह इसकेअनुवाद में जुटे हैं. झारखंड के सबसे बड़े भूभाग में बोली जाने वाली तथा आदिवासियों और सदानों के बीच संपर्क भाषा खोरठा में अनुवाद का दायित्व खोरठा के श्री गोस्वामी को मिला है. श्री गोस्वामी वर्ष 2011 में भारतीय भाषा लोक सर्वेक्षक झारखंड इकाई का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. इससे पहले वह कई पुस्तकों का अनुवाद भी कर चुके हैं.
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