Dhanbad News: राजगंज के खरनी स्थित एनएच-19 कोलकाता-दिल्ली सिक्स लेन पर बने फ्लाईओवर के क्षतिग्रस्त होने के मामले में छह फैक्ट्रियों के संचालकों को नोटिस जारी किया गया है. सभी को एक सप्ताह के भीतर फैक्ट्री आउटलेट को डेवलप कर सही ढंग से डिस्चार्ज की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. गुरुवार को ओवरब्रिज का मलबा टूटकर नीचे गिरने के बाद हड़कंप मच गया था. सूचना मिलने पर एनएचएआई की टीम मौके पर पहुंची और नुकसान का जायजा लिया.
फैक्ट्रियों का पानी रुकने के बाद ही शुरू होगा मरम्मत का काम
एनएचएआइ के प्रोजेक्ट हेड प्रमोद कुमार ने बताया कि फैक्ट्रियों का गंदा पानी सीधे सड़क पर गिर रहा है. इससे जलजमाव की स्थिति बन रही है. सड़क किनारे सर्विस सेंटर और कई बड़ी फैक्ट्रियों के आउटलेट व्यवस्थित नहीं होने से पानी का बहाव ओवरब्रिज की संरचना को प्रभावित कर रहा है. उन्होंने बताया कि जब तक फैक्ट्रियां अपने आउटलेट का समुचित प्रबंधन नहीं कर देतीं, तब तक क्षतिग्रस्त फ्लाईओवर की मरम्मत शुरू करना संभव नहीं है. सिक्स लेन में नये ड्रेनेज सिस्टम का प्रस्ताव तैयार है. फैक्ट्रियों के पानी के साथ बहकर आने वाला मलबा ड्रेनेज को जाम कर रहा है. जल्द ही ड्रेनेज की सफाई कर क्रॉस ड्रेनेज को आगे बढ़ाने की दिशा में काम शुरू किया जायेगा. अशोका बिल्डकॉन को ओवरब्रिज मरम्मत, नया ड्रेनेज व क्रॉस ड्रेनेज की साफ-सफाई का निर्देश दिया गया है. इधर, स्थानीय लोगों का कहना है कि हाइवे की सड़क तीन साल में ही क्षतिग्रस्त होने पर निर्माण में उपयोग किए गए रॉ मैटेरियल की गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं.
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