नगर निगम ने रैमकी कंपनी के प्रोजेक्ट हेड को शो-कॉज करते हुए निगम के सभी वाहन तत्काल वापस सौंपने का निर्देश दिया है. नगर आयुक्त रवि राज शर्मा ने स्पष्ट किया है कि रैमकी में कार्यरत कर्मियों द्वारा 22 दिसंबर से अनिश्चितकालीन धरना-कार्य बहिष्कार की घोषणा के बावजूद सफाई व्यवस्था निर्बाध बनाये रखने के निर्देश का पालन नहीं किया गया. इससे न केवल निगम के आदेशों की अवहेलना हुई है, बल्कि जन स्वास्थ्य और विधि-व्यवस्था पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. नोटिस में पूछा गया है कि प्रस्तावित धरना और कार्य बहिष्कार की स्थिति में आवश्यक सफाई कार्यों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था क्यों सुनिश्चित नहीं की गयी. वर्तमान परिस्थितियों में सेवाओं को सुचारू बनाये रखने के लिए ठोस व स्थायी उपाय क्यों नहीं किये गये. नगर निगम ने रैमकी को 48 घंटे के भीतर जवाब देने का निर्देश दिया है. समय सीमा के भीतर संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने पर नियमों, अनुबंध की शर्तों एवं विधि-सम्मत प्रावधानों के तहत दंडात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.
अपने स्तर से सफाई व्यवस्था का संचालन करेगा निगम
नगर आयुक्त रवि राज शर्मा ने कहा है कि शहर में सफाई एवं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन कार्य को निरंतर व सुचारू रूप से संचालित करने के लिए रैमकी को उपलब्ध कराये गये सभी वाहनों को तत्काल प्रभाव से निगम को सौंपा जाये, ताकि निगम अपने स्तर से सफाई व्यवस्था का संचालन सुनिश्चित कर सके.
10 ट्रैक्टर भाड़े पर, आज से 30 ट्रैक्टर से होगी शहर की सफाई
रैमकी कर्मियों की हड़ताल के बाद नगर निगम ने सफाई व्यवस्था अपने स्तर से संभाल ली है. निगम के 20 ट्रैक्टरों के साथ 10 ट्रैक्टर भाड़े पर लिये गये हैं. गुरुवार से कुल 30 ट्रैक्टरों के माध्यम से शहर की सफाई करायी जायेगी. इसके अलावा 730 कर्मियों को भी सफाई कार्य में लगाया गया है. नगर आयुक्त ने बताया कि शहर की सड़कों, चौक-चौराहों और बाजार-हाट से नियमित रूप से कचरे का उठाव किया जा रहा है. डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण की व्यवस्था शुरू नहीं किया गया है. संभवत: गुरुवार से डोर टू डोर कचरा उठाव शुरू होगा.
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