शहर के 60 वाटर लॉगिंग क्षेत्रों में 60 नाले बनाये जायेंगे. वाटर लॉगिंग क्षेत्रों को चिन्हित कर लिया गया है. इसके लिए 19 व 29 मई को टेंडर निकलेगा. ऐसे में सवाल उठता है कि मॉनसून आने में मुश्किल से 20 दिन रह गये हैं. टेंडर प्रक्रिया पूरी होने में कम से कम 10 से 15 दिन लगेंगे. 15 जून से मॉनसून आ जायेगा. लिहाजा इस बार भी शहर में डूब क्षेत्र की समस्या दूर नहीं होगी. वाटर लॉगिंग की समस्या से शहर को जूझना पड़ेगा. नगर निगम के मुख्य अभियंता अनूप सामंता की माने, तो नगर निगम के पास फंड की कमी है. जनप्रतिनिधियों की अनुशंसा के साथ जनता की शिकायत पर 60 नाले की सूची तैयार की गयी थी. इसका टेंडर निकाला गया है. मॉनसून के पहले नाला निर्माण के लिए मिट्टी की कटाई का काम पूरा कर लिया जायेगा. अगर समय मिला, तो सिविल वर्क का काम किया जायेगा. दूसरी ओर शहर के 52 नालों की सफाई शुरू की गयी है. पहले चरण में मैनुअल सफाई की जा रही है. दूसरे चरण में मैकेनिकल सफाई होगी. मैकेनिकल सफाई के दौरान जेसीबी, सुपर सक्शन मशीन व बॉबकेट से नाला की सफाई की जायेगी. 25 मई तक शहर के नाला की सफाई पूरा करने का डेड लाइन रखा गया है.
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