कोलकाता में महिला डॉक्टर से दरिंदगी के विरोध में शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में जूनियर चिकित्सकों की हड़ताल आठवें दिन शुक्रवार को खत्म हो गयी. जूनियर डॉक्टर काम पर लौट आये हैं. इसी के साथ अस्पताल में ओपीडी सेवा शुरू हो गयी. सीनियर डॉक्टरों के साथ जूनियर डॉक्टरों ने भी मरीजों का इलाज किया. कई मरीजों का ऑपरेशन भी हुआ. हालांकि सुबह से हो रही बारिश की वजह से अस्पताल में मरीजों की संख्या अन्य दिनों की अपेक्षा कम हुई. परिजनों ने खुद खींचा स्ट्रेचर : शुक्रवार को अस्पताल में ओपीडी सेवा बहाल तो हो गयी, लेकिन अव्यवस्था भी दिखी. मरीजों के परिजनों को खुद स्ट्रेचर खींचना पड़ा. गिरिडीह जिला के सरिया के निर्मल अपने पिता को लेकर एसएनएमएमसीएच आये थे. इलाज के बाद जब अपने पिता को लेकर घर जा रहा थे, तब वह खुद स्ट्रेचर खींच रहे थे. पूछने पर निर्मल ने बताया कि अस्पताल की ओर से कोई वार्ड ब्वॉय उपलब्ध नहीं कराया गया, इसलिए खुद स्ट्रेचर खींच रहे हैं.
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एसएनएमएमसीएच को मिला लाइसेंस, जल्द शुरू होगी अल्ट्रासाउंड जांच की सुविधा
शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में (एसएनएमएमसीएच) में 2019 से बंद अल्ट्रासोनोग्राफी जांच की सुविधा बहुत जल्द शुरू होगी. गुरुवार को पीसीपीएनडीटी कमेटी ने अस्पताल को लाइसेंस दे दिया. अस्पताल में अल्ट्रासोनोग्राफी जांच के लिए मरीजों से 50 रुपये लिये जायेंगे. पीएनडीटी पंजीकरण धनबाद के एसएनएमएमसीएच, असर्फी कैंसर संस्थान व सादित डायग्नोस्टिक का हुआ. एसएनएमएमसीएच में अल्ट्रासोनोग्राफी जांच सुविधा शुरू होने से मरीजों को राहत मिलेगी. पहले मरीजों को अल्ट्रा सोनोग्राफी जांच बाहर से कराना होता था, इससे मरीजों को काफी परेशानी होती थी और अधिक पैसे भी खर्च करने पड़ते थे. एसएनएमएमसीएच के प्राचार्य ज्योति रंजन प्रसाद ने बताया कि अल्ट्रासोनोग्राफी टेस्ट की सारी तैयारी हो चुकी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है