धनबाद रेलवे स्टेशन पर उमड़ी भारी भीड़, दरवाजे पर लटककर कई लोगों ने की यात्रा
भीड़ के कारण कई लोगों को छोड़नी पड़ी ट्रेनवरीय संवाददाता, धनबाद.
छठ को लेकर शुक्रवार को धनबाद रेलवे स्टेशन पर बिहार जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ी. सुबह से ही प्लेटफॉर्म यात्रियों से खचाखच भरा रहा. स्थिति यह रही कि मौर्या एक्सप्रेस और गंगा दामोदर एक्सप्रेस जैसी प्रमुख ट्रेनों में यात्रियों को सीट मिलना तो दूर, ट्रेन में घुसने की जगह भी नहीं मिल रही थी. सभी किसी तरह अपने गांव पहुंचने की जद्दोजहद में लगे थे.जनरल बोगी में पैर रखने तक की जगह नहीं
छठ को लेकर कुछ दिनों से धनबाद से पटना, आरा, बक्सर, गया, भभुआ, मुजफ्फरपुर, जमुई, बरौनी, सिवान और गोरखपुर जाने वालों की भीड़ लगातार बढ़ रही थी. रिजर्वेशन टिकट हफ्तों पहले ही फुल हो चुके थे, ऐसे में हजारों यात्री जनरल डिब्बों का सहारा लेते नजर आये. स्थिति यह हो गयी कि ट्रेनों में पैर रखने तक की जगह नहीं बची. कई यात्री ट्रेन के दरवाजे पर लटकते और खिड़कियों से चढ़ने की कोशिश करते दिखे.रांची-गोरखपुर ने खींच ली आधी भीड़
बिहार की तरफ जाने वाली ट्रेनों में सीट न मिलने से बड़ी संख्या में यात्रियों ने रांची और गोरखपुर की दिशा वाली ट्रेनों का रुख किया. रात 10 बजे के आसपास रांची-गोरखपुर ( 18629) ट्रेन धनबाद स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या सात पर पहुंची. ट्रेन के पहुंचते ही यात्री बोगी में प्रवेश करने लगे. भीड़ के कारण कई लोगों ने बोगी के पायदान पर लटककर यात्रा की. इस दौरान कई महिलाएं ट्रेन में नहीं चढ़ पायीं.मौर्य एक्सप्रेस में भी ठसाठस थी भीड़
मौर्य एक्सप्रेस के जनरल कोच में भीड़ इतनी थी कि यात्रियों को अंदर जाने के लिए आरपीएफ की मदद लेनी पड़ी. ट्रेन के प्लेटफॉर्म नंबर सात पर आते ही लोगों ने जनरल बोगी में घुसने का प्रयास किया, लेकिन वहां पहले से ही खड़े होकर सफर कर रहे लोग हिल भी नहीं पा रहे थे. ऐसे में कई यात्री स्लीपर व अन्य बोगी में घुस गये.गंगा-दामोदर एक्सप्रेस का हाल बेहाल
इधर धनबाद से पटना जाने वाली गंगा-दामोदर एक्सप्रेस की स्थिति भी खराब थी. प्लेटफॉर्म संख्या दो पर पहुंचने ही यात्रियों ने दौड़ लगानी शुरू कर दी. आरपीएफ सभी को पंक्तिवद्ध तरीके से चढ़ने के लिए एनाउसमेंट करते रह गये, लेकिन यात्री एक न सुने और सभी यात्री बोगी में चढ़ गये.आरपीएफ ने संभाला मोर्चा
यात्रियों की भीड़ को देखते हुए आरपीएफ ने मोर्चा संभाल रखा था. आरपीएफ प्रभारी से लेकर दर्जनों जवान व पदाधिकारी मौजूद थे. रस्सी लगाकर यात्रियों को ट्रेन पर चढ़ाने का प्रयास करते दिखे, वहीं दूसरी तरफ रेलवे आम लोगों को जागरूक करने के लिए लगातार माइकिंग करते रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

