धनबाद/सासाराम.
धनबाद रेलवे स्टेशन पर सोमवार को रोहतास के दो व्यक्तियों से जब्त किये गये 41 लाख रुपये की जांच आयकर विभाग ने शुरू कर दी है. यह जांच आयकर विभाग का अन्वेषण विभाग कर रहा है. विभाग पैसों के स्रोत की जानकारी हासिल करने में जुटा है. आयकर अधिकारियों का कहना है कि जांच में कुछ सुराग मिले हैं, जिनके आधार पर जांच की जा रही है. यदि बताये गये स्रोत की पुष्टि हो जाती है, तो टैक्स काट कर शेष राशि वापस कर दी जायेगी.हिरासत में लिये गये दोनों व्यक्ति रोहतास जिले के
हिरासत में लिये गये दोनों व्यक्ति रोहतास जिले के सूर्यपुरा प्रखंड क्षेत्र स्थित बलिहार निवासी सुदामा साह के पुत्र हरेंद्र प्रसाद और बलिहार निवासी संतोष खरवार हैं. हरेंद्र प्रसाद बलिहार बाजार में 25 साल से गल्ला भंडारण का व्यवसाय करते हैं. यह उनका पुश्तैनी व्यापार है. वह सूर्यपुरा प्रखंड क्षेत्र के देहात में जाकर चावल, गेहूं, तेलहन आदि की खरीद कर बिहार, झारखंड सहित अन्य प्रांतों में होलसेल में बड़े व्यवसायियों को बिक्री करते हैं. हरेंद्र साह के छोटे भाई ने बताया कि झारखंड में एक बड़े व्यापारी को पिछले दिनों गेहूं बेचा गया था. वहां से तगादा वसूल कर अपने मित्र संतोष खरवार के साथ वापस सासाराम आने के लिए धनबाद रेलवे स्टेशन पहुंचे थे. इस बीच, दोनों को हिरासत में ले लिया गया. वहीं, बलिहार निवासी संतोष खरवार के पिता राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि मेरा बेटा अपने मित्र के साथ दो दिनों में लौटने की बात अपनी मां से कह कर घर से निकला था. गौरतलब है कि सोमवार को धनबाद आरपीएफ ने लगेज स्कैनर से जांच के दौरान उक्त पैसा जब्त किया था. जब पैसे को जब्त किया गया, तब दोनों व्यक्ति सासाराम जाने के लिए दीक्षाभूमि एक्सप्रेस पकड़ने के लिए धनबाद रेलवे स्टेशन पहुंचे थे. पूछताछ में दोनों व्यक्तियों ने खुद को अनाज का व्यापारी बताया है.
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