गोविंदपुर.
धनबाद के उप विकास आयुक्त सादात अनवर ने गोविंदपुर स्थित जिला परिषद के ऐतिहासिक रेजलीबांध की जमीन की मापी का निर्देश गोविंदपुर अंचलाधिकारी को दिया है. डीडीसी ने तालाब की जमीन पर अतिक्रमण व डीएमएफटी से पांच करोड़ की लागत से हो रहे इसके जीर्णोद्धार कार्य में बाधा को गंभीरता से लिया है. उन्होंने कहा है कि तालाब की जमीन पर अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.नापी के बिना बाधित हो रहा जीर्णोद्धार का काम
लघु सिंचाई विभाग के अभियंता ने उप विकास आयुक्त से कहा था कि तालाब की जमीन की नापी के बिना जीर्णोद्धार का काम बाधित हो रहा है. अनवर अंसारी नामक व्यक्ति ने तालाब की जमीन पर दावेदारी की है. वहीं झारखंड सशस्त्र वाहिनी तीन ने भी तालाब के दक्षिणी छोर की जमीन पर पौधे लगा दिये हैं. संवेदक परिमल पारिजात ने कहा कि दक्षिणी छोर में निर्माण कार्य के लिए सफाई करायी गयी थी पर वहां जैप की ओर से पौधे लगा दिये जाने से काम बाधित हो रहा है. ऐसे में काम की देखरेख कर रहे लघु सिंचाई प्रमंडल ने उप विकास आयुक्त से शिकायत की थी. उधर जिप सदस्य सोहराब अंसारी एवं विनोद बर्मन ने भी जिला परिषद अध्यक्ष एवं डीडीसी से तालाब की जमीन पर अवैध कब्जा हाेने की बात कहते हुए जमीन की मापी कराने की मांग की थी. उन्होंने संवेदक पर भी मनमाने तरीके से तालाब की जमीन को छोड़ कर काम करने का भी आरोप लगाया था.
तालाब की जमीन की होगी मापी : अंचलाधिकारी
गोविंदपुर अंचल अधिकारी धर्मेंद्र कुमार दुबे ने कहा कि उप विकास आयुक्त के निर्देश पर अंचल कार्यालय द्वारा तालाब की जमीन की मापी करायी जाएगी. तालाब को अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा. नापी के बाद अतिक्रमण के दायरे में आने वाले सभी ढांचों को तोड़ दिया जाएगा.
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