Dhanbad News : नगर निगम के वार्ड 6 अन्तर्गत भेलाटांड़-कसियाटांड़ एवं हरिजन बस्ती में फैले डायरिया के प्रसार को रोकने में टीएसएफ और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त मेहनत ने अब रंग दिखाना शुरू कर दिया है. शनिवार को प्रारंभिक जांच में मात्र एक अधेड़ महिला 60 वर्ष लालमुनी देवी डायरिया से पीडित पायी गयी. जिन्हें कैंप मे मौजूद चिकित्सकों ने बेहतर उपचार के लिए तुरंत टाटा स्टील कंपनी की एम्बुलेंस से भेलाटांड़ फीडर अस्पताल भेज दिया. कंपनी ने इस आपदा में अपने फीडर अस्पताल से लेकर जामाडोबा मुख्य अस्पताल तक मरीजों का मुफ्त इलाज कर रही है. एम्बुलेंस सेवा 24 घंटे उपलब्ध कर रखी है. विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम रोजाना गांव में कैंप लगाकर ग्रामीणों की जांच कर रही है.
सिविल सर्जन ने दिये सख्त निर्देश
भेलाटांड में फैले डायरिया मामलों की समीक्षा के लिए शनिवार को दूसरी मर्तबा सिविल सर्जन पहुंचे. यहां उन्होंने दैनिक जांच रिपोर्ट, अस्पताल भेजे गये मरीजों की सूची और प्रगति रिपोर्ट की बारीकी से जांच की. कैंप के डॉक्टरों को हिदायत दी कि घबराएं नहीं, बल्कि हर मरीज की जरूरी जांच पहले करें तभी रेफर करें. भेलाटांड बस्ती के महतो टोला एक भी नया मरीज नहीं मिला. हालांकि दास टोला, कालिंदी बस्ती और आदिवासी टोला में कुछेक मामले सामने आये. उनका उपचार जामाडोबा मुख्य अस्पताल में किया जा रहा है. वहां चार मरीज भर्ती हैं, जबकि आठ ठीक होकर घर लौट चुके हैं.पानी की रिपोर्ट नॉर्मल, सत्तू की रिपोर्ट का है इंतजार
बस्ती का निरीक्षण करने शनिवार को पहुंचे सिविल सर्जन डॉ. आलोक कुमार ने बताया कि जांच में पानी में किसी भी तरह की कोई फॉल्ट नहीं पाया गया है. हालांकि अभी तर सत्तू के सैंपल की रिपोर्ट नहीं आयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

