एमपीएल में कार्यरत विस्थापित कर्मियों ने सांसद ढुलू महतो के समर्थन पर छह सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार को प्रदर्शन किया. इसको लेकर एमपीएल के मुख्य द्वार सहित अन्य गेटों को जाम कर दिया. इस दौरान प्लांट की सभी छोटी-बड़ी गाड़ियों को अंदर जाने से रोक दिया. करीब 12 घंटे से प्लांट में कोयला एवं फ्लाई ऐश की ट्रांसपोर्टिंग पूरी तरह ठप है. कर्मी मुख्य द्वार पर धरना पर बैठे हुए हैं. शाम को सांसद ढुलू महतो, भाजपा नेता मन्नू तिवारी, सांसद प्रतिनिधि प्रशांत बनर्जी, जिप सदस्य संजय सिंह पिंटू सहित अन्य पहुंचे. सुरक्षा के दृष्टिकोण से निरसा अंचलाधिकारी संदीप रविदास, थाना प्रभारी अनिल कुमार शर्मा, एमपीएल ओपी प्रभारी अजय कुमार सिंह समेत इलाके की पुलिस पहुंची. उसके बाद प्रबंधन के साथ नेताओं की वार्ता शुरू हुई, जिसका नतीजा समाचार लिखे जाने तक नहीं निकला था. पिछले दिनों भी इन्हीं मांगों को लेकर धनबाद श्रमायुक्त के समक्ष वार्ता हुई थी. लेकिन वार्ता बेनतीजा निकली थी.
क्या हैं मुख्य मांगें
एमपीएल में कार्यरत सभी मजदूरों को 15% वेतन वृद्धिकर्मियों व उनके आश्रितों को ओपीडी में चिकित्सा सुविधाकर्मियों के बच्चों के लिए शिक्षा की सुविधा नि:शुल्क देनेसभी कामगारों को 20% बोनस का भुगतान करने
आइटीआइ प्रशिक्षित कामगारों को पदोन्नति देनेअयोग्य घोषित किये जाने वाले मजदूरों के आश्रित को नियोजन या 10 लाख रुपये मुआवजा देने व अन्य.ये थे मौजूद
मौके पर बंपी चक्रवर्ती, गोपाल राय, चंडी मिश्रा, धीरज मिश्रा, श्यामाकांत मिश्रा, दीपक दास, लक्ष्मी मांझी, जानू मांझी, बीरबल मोदी, गणेश मंडल, सुमित कुमार, चीनू मोदी, रतन तिवारी, बृहस्पति पासवान, पूर्व मुखिया साधन रवानी, अमर लोहार, मुखिया उज्ज्वल तिवारी, मल्लेश्वरी यादव आदि थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है