कार्यशाला का विषय “खनन एवं औद्योगिक क्षेत्रों में पर्यावरणीय स्वीकृति हेतु आवश्यक भूजल संसाधन प्रबंधन एवं जल-भूमि विज्ञान अध्ययन” रखा गया था. कोर्स कोऑर्डिनेटर प्रो. प्रसून कुमार सिंह ने बताया कि कार्यशाला में ईसीएल, डब्ल्यूसीएल, सीएमपीडीआईएल, एमसीएल, एनसीएल, बीसीसीएल तथा बिरला कॉर्पोरेशन लिमिटेड जैसी प्रतिष्ठित खनन कंपनियों के सहायक प्रबंधक व प्रबंधक स्तर के कुल 34 अधिकारियों ने भाग लिया. कार्यक्रम को राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. ओपी. मिश्रा, जल शक्ति मंत्रालय के पूर्व वरिष्ठ सलाहकार प्रो. दीपांकर शाहा, आइआइटी दिल्ली के प्रो. अरुण कुमार, जेएनयू के प्रो. एन. जनार्दन राजू, फिक्की के इशू घई, केंद्रीय भूमि जल बोर्ड के टीबीएन सिंह, केंद्रीय भूजल प्राधिकरण की वैज्ञानिक डॉ. शिल्पी गुप्ता सहित कई विशेषज्ञों ने संबोधित किया. अंतिम दिन प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा किए. कार्यशाला का संचालन शोधार्थियों ने किया, जबकि समापन धन्यवाद ज्ञापन और राष्ट्रगान के साथ हुआ.
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