Dhanbad News: सिविल सर्जन आलोक विश्वकर्मा मंगलवार को चिरकुंडा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का दिन के एक बजे औचक निरीक्षण किया. यहां चिकित्सक सहित कोई स्वास्थ्यकर्मी नहीं था, जिसे देख वह हतप्रभ हो गये. मात्र एक सफाइकर्मी का बेटा व एक महिला मरीज मौजूद था. यह हालत देख उन्होंने चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय पासवान से फोन पर जानकारी ली. स्पष्ट रूप से कहा कि यह स्थिति नहीं चलेगी. लगभग एक घंटा सिविल सर्जन केंद्र में मौजूद रहे. जब निकल रहे थे, तो चिकित्सा अधिकारी डॉ पासवान पहुंचे. डॉ पासवान को उन्होंने कई निर्देश दिये. उन्होंने स्वीकार किया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जितनी सुविधा लोगों को मिलनी चाहिए, वह नहीं दे पा रहे हैं. कहा कि यहां पदस्थापित कर्मी के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी. हालांकि यह भी कहा कि कर्मी की कमी है. उनका प्रयास होगा कि जल्द से जल्द यहां स्वास्थ्य सेवा बहाल की जाए. बंद पड़े टीबी केंद्र व बच्चों के टीकाकरण अभियान को यथाशीघ्र शुरू किया जायेगा. मौके पर डीआरसीएचओ डॉ रोहित गौतम, डॉ अमित कुमार तिवारी, डॉ संजय पासवान, डॉ देबोऋषि गुप्ता, विनय कुमार मौजूद थे.
महिला मरीज की खुद की जांच
कालीमंडा कुमारधुबी की रहने वाली मीरा देवी को चेंबर में बुलाकर सिविल सर्जन ने स्वयं जांच की. उनके कंधे में चोट का तत्काल इलाज कर उसे धनबाद सदर अस्पताल भेजने की व्यवस्था करायी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

