आरटीइ के तहत जरूरतमंद बच्चों के होने वाले नामांकन के लिए सीट छुपाने पर जिले के 16 निजी विद्यालयों को स्पष्टीकरण जारी किया गया है. 24 घंटे के अंदर में जवाब मांगा गया है. इस मामले में जिला शिक्षा अधीक्षक सह आरटीई सेल के नोडल पदाधिकारी आयुष कुमार की ओर से जारी पत्र में नियमों का हवाला दिया गया है. कहा गया है कि स्कूल सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को दरकिनार कर मनमाने ढंग से कार्य कर रहे हैं, जो खेल का विषय है. स्पष्टीकरण का संतोषजनक जवाब नहीं देने पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी गयी है.
इन स्कूलों से मांगा गया स्पष्टीकरण :
टाटा डीएवी पब्लिक स्कूल सिजुआ, डीएवी पब्लिक स्कूल महुदा, डीएवी पब्लिक स्कूल रांगामाटी सिंदरी, डीएवी पब्लिक स्कूल कोयलानगर, डीएवी पब्लिक स्कूल अलकुसा, दिल्ली पब्लिक स्कूल मुनीडीह प्रोजेक्ट धनबाद, राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर अशोक नगर, डीएवी पब्लिक स्कूल कुसुंडा, धनबाद सिटी स्कूल, धनबाद पब्लिक स्कूल केजी आश्रम, धनबाद पब्लिक स्कूल हीरक ब्रांच, टाटा डीएवी स्कूल पब्लिक स्कूल जामाडोबा, डीएवी मॉडल स्कूल सीएफआरआइ झरिया, डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल बनियाहीर लोदना, दून पब्लिक स्कूल सतकिरा तोपचांची शामिल हैं.विद्यालय से आवास की दूरी की फिर होगी जांच :
मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों में 25 प्रतिशत सीटों पर आरटीई के तहत जरूरतमंद बच्चों का नामांकन होना है. शिक्षा विभाग को शिकायत मिली है कि संकुल साधन सेवी द्वारा विद्यालय से आवास की दूरी ऑनलाइन डिवाइस के माध्यम से जांच में छेड़छाड़ की गयी है. इसी आरोपों की जांच की जायेगी. इसके लिए जिला शिक्षा अधीक्षक सह आरटीई सेल के नोडल पदाधिकारी आयुष कुमार ने प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी धनबाद और प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी झरिया को जांच का निर्देश दिया गया है.क्या है आरोप :
हनुमान मंदिर के समीप रहने वाली अंजू कुमारी समेत अन्य अभिभावकों ने शिकायत में कहा है कि संकुल साधनसेवी की ओर से विद्यालय से आवास की दूरी कम दर्शाया गया है. ऑनलाइन डिवाइस के माध्यम से छेड़छाड़ की गयी है. इस कारण उनके बच्चों का चयन नामांकन के लिए नहीं हो पाया है. विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. शिकायत वाले आवासों की ऑनलाइन डिवाइस के माध्यम से संकुल साधन सेवी एवं संबंधित शिकायतकर्ता की उपस्थिति में जांच होगी.टाटा डीएवी के वाइस प्रिंसपल आरटीइ प्रभारी पर धमकी देने का आरोप :
टाटा डीएवी पब्लिक स्कूल सिजुआ के वाइस प्रिंसिपल अनिल कुमार सिंह पर आरटीई सेल के प्रभारी को धमकी देने का आरोप लगाया है. इस मामले को जिला शिक्षा विभाग के आरटीई सेल ने गंभीरता लिया है और वाइस प्रिसिंपल से स्पष्टीकरण मांगा है. उन्हें चार सितंबर को सशरीर कार्यालय आकर अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया गया है.क्या है मामला :
अभिभावकों की ओर से लगातार जिला शिक्षा अधीक्षक सह आरटीई सेल के नोडल पदाधिकारी आयुष कुमार को शिकायत की जा रही थी कि आरटीई नामांकन सूची जारी होने के बाद भी उनके बच्चों का स्कूल में नामांकन नहीं लिया जा रहा है. इस मामले में आरटीई प्रभारी की ओर से वाइस प्रिसिंपल अनिल कुमार सिंह को फोन किया गया था. आरोप है कि फोन पर अनिल कुमार भड़क गये और होश में रहकर बात करने की बात कही. टाटा डीएवी पब्लिक स्कूल सिजुआ को हल्के में न लेने की धमकी देते हुए कॉल काट दिया गया. प्रभारी ने मामले की जानकारी नोडल को दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है