प्रतिनिधि, चिरकुंडा/
मैथन
. लोकसभा चुनाव में राशि का दुरुपयोग रोकने को लेकर जिला के सभी बोर्डर में बनाये गये चेकनाका में जिला पुलिस का गहन वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. दोपहिया व चारपहिया वाहनों में रखे बैग आदि की जांच की जा रही है. इस दौरान पकड़ायी जा रही राशि का कागजात मांगा जा रहा है. सही जवाब नहीं दे पाने की स्थिति में राशि जब्त की जा रही है. निरसा पुलिस अनुमंडल क्षेत्र के झारखंड-पश्चिम बंगाल सीमा पर मैथन, चिरकुंडा, पंचेत बॉर्डर पर सीआरपीएफ एवं झारखंड पुलिस के जवानों द्वारा वाहनों को चेक किया जा रहा है. तीन शिफ्ट में दंडाधिकारी प्रतिनियुक्ति हैं. रविवार को चिरकुंडा एवं मैथन में बिना जांच कराये कई वाहन चल गये. अब तक केवल मैथन के डिबूडीह चेकपोस्ट से करीब 50 लाख रुपया नगद सहित कई किलो चांदी प्रशासन ने जब्त किया है.
दामोदर किनारे के चेकपोस्टों में बंगाल के वाहनों पर विशेष नजर सिंदरी.
सिंदरी थाना क्षेत्र की सिंदरी बस्ती और डोमगढ़ शिव मंदिर के पास चेकनाका बनाये गये हैं. सभी जगह तीन शिफ्ट में ड्यूटी तैनात किये गये हैं. वाहनों की जांच की जा रही है. बिना जांच किये वाहन पार नहीं हो पा रहे हैं. बलियापुर थाना क्षेत्र में तीन चेकपोस्ट कालीपुर घाट, घड़बड़ घाट व सरसाकुंड़ी घाट गोशाला ओपी में चूड़ी पट्टी नदी घाट व सुदामडीह थाना क्षेत्र में अंतरजिला चेकपोस्ट बनाए गये हैं.
पूर्वी टुंडी.
लोकसभा चुनाव को देखते हुए जिला प्रशासन ने अंतरजिला के सीमा पर चेकिंग अभियान चलाने का निर्णय लिया है. धनबाद-जामताड़ा बॉर्डर पर पूर्वी टुंडी क्षेत्र के बाजडीह मोड़ में चेकनाका प्वाइंट बनाया गया है. वहां आने-जाने वाले वाहनों की जांच की जा रही है, लेकिन यहां सेक्टर मजिस्ट्रेट, वीडियोग्राफी या सीसीटीवी की कोई व्यवस्था नहीं है. पुलिस लाइन से आये हुए छह अतिरिक्त पुलिस कर्मियों द्वारा द्वारा गाड़ियों की डिक्की, सीट के अंदर की जांच की जा रही है. दो-दो पुलिसकर्मी पाली बांटकर ड्यूटी कर रहे हैं.रक्षा दल के दो-तीन सदस्यों की भी मदद ली जा रही है. पूर्वी टुंडी अंचलाधिकारी देवराज गुप्ता ने बताया कि सेक्टर मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति के लिए पत्राचार किया गया है.
टुंडी : हर बाइक की डिक्की खोल कर की जा रही जांच
टुंडी.
शाम 5:15 का वक्त था. एएसआइ सीताराम प्रसाद अपने दो सिपाही के साथ पांडेयडीह, चरक मोड़ के पास गिरिडीह- धनबाद सीमा पर बराकर नदी के पास मौजूद थे. अधिकारी हर बाइक की डिक्की खोलकर बारी-बारी से जांच कर रहे थे. संतुष्ट होने के बाद वाहन जाने की इजाजत दी जा रही थी. वहां कोई मजिस्ट्रेट प्रतिनियुक्त नहीं था. इस संबंध में पूछने पर बीडीओ एसके चौरसिया ने बताया कि यह स्टेटिक है. जगह उसका फिक्स नहीं है. वह स्वयं मौका गर मौका जांच करते हैं.