धनबाद.
श्री श्री चड़क पूजा समिति मनईटांड़ की ओर से आयोजित चार दिवसीय चड़क पूजा के तीसरे दिन मंगलवार को भोक्तिया मनईटांड़ छठ तालाब में स्नान कर रत्नेश्वर निरंजन महादेव मंदिर पहुंचे. यहां पूजा अर्चना करने के बाद मनईटांड़ भोक्ता मेला पहुंचे. यहां चरखी पर घूमने से पहले भोक्तियाओं ने शरीर में लोहे की कांटा फोड़वाया. यहां 381 भोक्तियांओं ने अपने शरीर में कांटा फोड़वाया. यहां मेघन कर्मवार ने भोक्तियाओं के शरीर में त्रिशूल के आकार का कांटा फोड़ा. इस दौरान घंटा ध्वनि व हर हर महादेव के नारों के बीच ढाकी महानंद डोम ने ढोल बजाकर श्रद्धालुओं का उत्साह बढ़ाया.खूंटे पर परिक्रमा नहीं कर सके भोक्तिया
इस साल यहां भोक्तियां खूंटे पर परिक्रमा नहीं कर सके. कारण बीती रात हुई तेज बारिश के कारण परिक्रमा के लिए जो खूंटा गाड़ा जाता है, वह मिट्टी गीली रहने से घंस जा रहा था. ऐसे में समिति की ओर से खूंटे पर चरखी नहीं लगाया गया. इसके बाद भोक्तियाओं ने मंदिर प्रांगण में पूजा अर्चना कर भगवान भोलेनाथ से क्षमा याचना की. ढाक की ध्वनी के साथ परंपरा के अनुसार नृत्य किया.
भाेक्ता मेला में जुटी भारी भीड़
चड़क पूजा पर मनईटांड़ में भाेक्ता मेला का आयोजन किया गया था. यहां काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे. इधर पूजा अर्चना के बाद भोक्तिया आज से नमक का सेवन करेंगे. बुधवार को नार्ता पूजा की जायेगी. इस अवसर पर पाठा की बलि देने की भी प्रथा है. मौके पर समिति के अध्यक्ष पूर्व पार्षद मदन महतो, उपाध्यक्ष जयलाल महतो, मुकेश महतो, सचिव बलराम महतो, कोषाध्यक्ष सप्पू महतो एवं अन्य सदस्य उपस्थित थे.
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