लाभुकों को 27 सितंबर तक करा है आवेदन
संवाददाता, धनबाद.
ग्रामीण पशुपालकों की आर्थिक स्थिति में सुधार करने, ग्रामीण युवाओं को स्व नियोजित कर आत्मनिर्भर बनाने व उनका पलायन रोकने के लिए पशुधन विकास योजना चल रही है. इसके तहत इस बार जिले को पशुपालन के लिए 2524 लाभुकों व गव्य विकास के लिए 757 लाभुकों के चयन का लक्ष्य मिला है. इसके लिए ग्राम सभा के माध्यम से 27 सितंबर तक आवेदन को प्रखंड स्तरीय समिति से अनुशंसा के लिए प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी को समर्पित करना है.ये कर सकते है आवेदन
योजना का लाभ देने में अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, बीपीएल कोटि, दिव्यांग कोटि एवं स्वयं सहायक समूह के सदस्यों को प्राथमिकता दी जायेगी. गांव का चयन क्लस्टर के आधार पर करना है. ग्राम सभा कर लाभुकों के चयन बाद उनकी सूची प्रखंड स्तरीय समिति की अनुशंसा के साथ जिला को उपलब्ध करायी जायेगी. विगत पांच वर्षों में जिन परिवारों ने अनुदान का लाभ लिया है उन्हें फिर से अनुदान मान्य नहीं होगा. लक्ष्य से अधिक आवेदन आने पर प्रतीक्षा सूची तैयार की जायेगी.चयनित लाभुकों को मिलेगा अनुदान
एससी व एसटी, विधवा, दिव्यांग, निसंतान दंपती जिनकी उम्र कम से कम 50 वर्ष हो, उनके लिए अनुदान की राशि 90 प्रतिशत और अंशदान 10 प्रतिशत होगा. अन्य सभी वर्ग के लाभुकों को अनुदान की राशि 75 प्रतिशत और अंशदान 25 प्रतिशत होगा.क्या है योजना
बकरा विकास योजना के तहत ब्लैक बंगाल नस्ल की आठ मादा एवं दो नर के 612 यूनिट, सूकर विकास योजना में चार मादा व एक नर के 155 यूनिट, कुक्कुट पालन योजना में 400 बैकयार्ड लेयर बर्ड के 161 यूनिट, ब्रायलर कुक्कुट पालन योजना में 500 ब्रायलर के 284 यूनिट, बत्तख चूजा वितरण योजना में 30 बत्तख चूजा के 1312 यूनिट दिये जाने हैं.
गव्य विकास योजना
इसके तहत दो गाय के 230 यूनिट दिये जायेंगे. इसमें 75 प्रतिशत अनुदान वाले 170 और 90 प्रतिशत अनुदान वाले 60 लाभुक होंगे. पांच गाय वाले 40 यूनिट होंगे. इसमें 75 प्रतिशत अनुदान वाले 13 और 50 प्रतिशत अनुदान वाले 27 लाभुक होंगे. दस गायों की छह यूनिट दिये जायेंगे. वहीं मिल्किंग मशीन का चार लाभुक को लाभ मिलेगा. पनीर एवं खोवा मेकिंग यूनिट में चार को, वर्मी कम्पोस्ट के 200 लाभुक, बोरिंग 49 को, काउ मैट 29 को, हस्त चालित चैफ कटर 105 को, विद्वुत चालित चैफ कटर 90 लाभुकों को दिये जायेंगे.
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