तीन की हालत गंभीर, 50 यात्री व पांच कूक थे सवार
दुर्घटना के बाद दोनों वाहनों के चालक फरार
तोपचांची (धनबाद) : तोपचांची थाना क्षेत्र के जीटी रोड लेदाटांड़ मजार के पास शुक्रवार की रात ट्रक व यात्री बस की टक्कर में दो दर्जन लोग घायल हो गये. घायलों में तीन की हालत नाजुक बनी हुई है. सभी पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर के नंदीग्राम के रहने वाले हैं.
कैसे घटी घटना: शुक्रवार रात लगभग तीन बजे के करीब मजार के सामने बस खड़ी थी. तभी पीछे से तेज रफ्तार में आये ट्रक ने बस को टक्कर मार दी. बस में करीब 50 लोग सवार थे. 14 लोगों को हल्की चोटें आयीं. 10 लोगों को बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच भेजा दिया गया.
यात्रियों ने बताया कि नंदीग्राम से शुक्रवार की शाम बस गया के लिए रवाना हुई. निरसा पार करते वक्त गाड़ी के पिछले चक्के से आवाज आने लगी. लेदाटांड़ के समीप चालक गाड़ी को सड़क पर रोक कर गाड़ी से आ रही आवाज की जांच कर रहा था.
कुछ यात्री लघुशंका करने लगे. इसी दौरान अचानक पीछे से तेज रफ्तार में आ रहे ट्रक ने जोर से धक्का मारा, जिससे बस पांच सौ मीटर तक ट्रक में फंस रगड़ाते हुए रोड के किनारे गड्ढे में जा फंसी. टक्कर में यात्री लहूलुहान हो गये. घटना के बाद ट्रक व बस का ड्राइवर फरार हो गया. जानकारी पाकर पुलिस पहुंची और मदद के लिए 108 नंबर पर फोन किया. एंबुलेंस पहुंचने पर गंभीर रूप से घायलों को पीएमसीएच एवं अन्य को सीएचसी तोपचांची लाया गया.
ये हुए घायल: जीवन धर, मल्लिक कृष्णा, देवव्रत सेन, तापस बेरा, अक्षय बेरा, माणिक बेरा, दासू बोस, निमाई चंद्र, पशुपति बेरा, मिलन कांति बेरा, संजय कुमार मंडल, भवतारण मंडल, रवींद्र साहू, अर्पणा सामंतो, सुलेखा साहू, अशोक बेरहान, कल्पना दास, शक्तिपद करण, जयदेव मंडल, बादल मैयती, गौरी मैयती, युधिष्ठिर मंडल, शिशिर बेरहान, सुशील चंद्र साहू. पीएमसीएच आये मिलन बेरा, रास बिहारी बेरा समेत एक अन्य को रेफर किया गया है, जबकि पशुपति बेरा, विनोद दास, प्रदीप संवीगना, नारायण बारिक, रवींद्र नाथ पांडेय, सीता रवि बेरा का इलाज पीएमसीएच में चल रहा था.
खलासी को फंसा छोड़कर ड्राइवर फरार
घटना के बाद ट्रक का ड्राइवर ट्रक और बस के बीच दबे खलासी मुसहरी कुरथा, अरवल बिहार निवासी रामचंद्र पासवान (30) को छोड़ फंसे हालत में फरार हो गया. खलासी दो घंटे तक उसी हालत में फंसा रहा. उसके पैर से खून बह रहा था. तोपचांची पुलिस के जवान व पदाधिकारी ने हाइवा से धकेलवा कर खलासी को बाहर निकाला और पीएमसीएच रेफर किया.
आंख खुली तो खुद को अस्पताल में पाया
बस में सवार जीवनपुर पश्चिम बंगाल के रहने वाले पशुपति बेरा भी इसी बस में सवार थे. रात के समय वह बस में सोया हुआ था. आंख खुली तो खुद को अस्पताल में पाया. उसने बताया कि टक्कर कैसे हुई और वह अस्पताल में कैसे आया इसकी जानकारी नहीं है. कोई घरवालों को फोन कर दे.