धनबाद : शब्-ए-बारात के अहले सुबह नमाज अता कर वासेपुर से गोन्दूडीह कोलियरी घूमने आये मारूफगंज निवासी मो. जावेद अंसारी के सबसे बड़ा पुत्र मो. अरमान (13) की गोन्दूडीह कोलियरी के बंद पड़े ओपन कास्ट प्रोजेक्ट में डूबने से मौत हो गयी. घटना के बाद मृतक के अन्य पांच साथियों ने हल्ला कर घटना की जानकारी स्थानीय लोगों को दी.
क्या है घटनाक्रम
प्रत्यक्षदर्शी सह मृतक के सभी पांच साथियों क्रमशः अमन, चांद, ओसामा, नदीम उर्फ शाहबाज, आदिल ने बताया कि शनिवार देर रात वे सभी मृतक अरमान समेत सभी छह दोस्त शब-ए-बारात की रात वासेपुर एहसान आलम मस्जिद में नमाज अदायगी कर सुबह क्रिकेट खेलने ट्रेनिंग स्कूल मैदान गये हुए थे जिसके बाद सभी धीरे-धीरे कुसुंडा स्टेशन के रास्ते गोन्दूडीह कोलियरी पहुंचे. जहां उन्होंने साथ मिलकर सेल्फी खींची. कमोवेश ओपन कास्ट में स्थानीय लोगों को नहाता देखकर मृतक अरमान के साथ उसके अन्य दो साथी नदीम और चांद भी पानी में उतरे.
बिना गहराई की जानकारी के पानी में उतरने के बाद अरमान गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा. खुद को बचाने की कवायद के दौरान अरमान चिल्लाने लगा जिसकी पुकार सुन नदीम, चांद और अरमान की मदद को आगे गहरे पानी में जाने लगे और डूबने लगे इसी क्रम में ऊपरी सतह पर खड़े अमन, आदिल और ओसामा भी शोर मचाने लगे. वहीं, आसपास नहा रहे स्थानीय लोगों ने चांद और नदीम को बाहर निकाला लेकिन अरमान गहरे पानी में डूब गया.
जल संकट के कारण ओपन कास्ट में जाने को विवश है स्थानीय
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि खास कुसुंडा के क्षेत्र में पिछले अक्टूबर माह से ही जलसंकट बरकरार है. रोजमर्रा की जरूरतों के लिए लोग करीब दो सौ नीचे ओपन कास्ट प्रोजेक्ट में अपने परिजनों के साथ नहाने जाने को विवश हैं. बावजूद इसके अब तक बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा पीट वाटर सप्लाई शुरू नहीं की जा रही है. पूरे क्षेत्र में हाहाकार मचा हुआ है. अज्ञात लोगों द्वारा भी यहां इतना पानी देखकर कौतूहल वश देखकर आना जाना लगा रहता है. अगर जलापूर्ति शुरू हुई रहती तो बीसीसीएल कर्मी के अलावे सीआईएसएफ जवान की तैनाती रहती तो कोई भी अनजान व्यक्ति इस खुले खदान में प्रवेश नहीं कर पाता और जान नहीं जाती.
केम्ब्रिज स्कूल ऑफ लर्निंग में छठी का छात्र था अरमान
घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची गोन्दूडीह ओपी पुलिस और गोन्दूडीह कोलियरी प्रबंधक अनिल कुमार सिंह ने घटनास्थल का जायजा लिया और डूबने वाले छात्रों के अन्य साथी छात्रों से मामले की जानकारी ली. मामले की जानकारी के बाद मृतक छात्र अरमान के परिजनों को भी घटना की जानकारी दी गयी. मामले की सूचना पाकर अरमान के पिता ओम टेक्सटाइल में दर्जी मिस्त्री मो. जावेद अंसारी के साथ मारूफगंज के सैकड़ों लोग भी गोन्दूडीह कोलियरी स्थित ओपन कास्ट प्रोजेक्ट पहुंचे. घटनास्थल पर मृतक अरमान का शर्ट और चप्पल देखकर पिता जावेद का रो-रोकर बुरा हाल है जिन्हें लोग ढाढस बंधाते दिखे.
जून 2018 में बंद हुई थी परियोजना
कोलियरी प्रबंधक अनिल कुमार सिंह ने बताया कि वर्ष 2018 में एमआर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा खनन का काम समाप्त होने के बाद इस खदान के माध्यम से पीट वाटर सप्लाई का काम किया जा रहा था. लेकिन बार-बार चोरों द्वारा केबुल काट लिए जाने व चोरी कर लिये जाने के बाद से कर्मी ऊपर व्यू पॉइंट पर ही रहते थे लोगों को खदान में प्रवेश करने की मनाही है लेकिन लोग घुस जाते हैं जिसके कारण घटना घटी. वहीं स्थानीय लोगो ने कहा कि अगर बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा जलापूर्ति शुरू कर दी गयी होती तो कोई भी खदान में प्रवेश नहीं करता. लोगों को स्नान करता देख अन्य बाहर से आये लोग भी खुले खदान में घुस जाते हैं. प्रबंधन का रवैया उदासीन है अगर जल्द जलापूर्ति शुरू नहीं की गयी तो आगे भी घटनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है.
बेमौसम बरसात ने बिगाड़ा हालात
मुनीडीह से आये गोताखोरों ने हाथ खड़े कर दिये. घटना के बाद स्थानीय पार्षद निसार आलम, केंदुआडीह सर्किल इंस्पेक्टर भिखारी राम, गोन्दूडीह ओपी प्रभारी जितेंद्र दीक्षित, सअनि संजय शर्मा समेत सीआईएसएफ के सीके सिंह सहित दर्जनों जवान घटनास्थल पर करीब नौ बजे पहुंच गये. जिसके बाद मुनीडीह से गोताखोरों को बुलाया गया. काफी मशक्कत के बाद गोताखोरों की एक टीम पानी में उतरी लेकिन खाली हाथ लौटी. इसी दौरान आयी बेमौसम बरसात के कारण देर शाम तक शव को नहीं निकला जा सका.