निरसा. रांची से आयी निगरानी टीम ने गुरुवार को निरसा अंचल के हल्का कर्मचारी शंकर दुबे को दाखिल खारिज के एवज में 15 हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ दबोच लिया.
श्री दुबे को टीम अपने साथ रांची ले गयी, जहां निगरानी न्यायालय में प्रस्तुत किया जायेगा. पाथरकुआं पंचायत की मुखिया अनिता गोराईं के पति रोबिन चंद्र गोराईं ने निगरानी विभाग में जमीन के दाखिल-खारिज के एवज में श्री दुबे द्वारा 30 हजार रुपये मांग किये जाने की शिकायत की थी. विभाग ने दो दिन पूर्व शिकायत को सत्यापित किया था. इसके बाद आज उन्हें दबोचने के लिए एडीजी निगरानी ने 16 सदस्यीय टीम निरसा भेजी. नेतृत्व दंडाधिकारी राजीव रंजन व डीएसपी अवधेश कुमार कर रहे थे. श्री दुबे को दोपहर लगभग तीन बजे प्रखंड परिसर की ही एक चाय दुकान पर घूस लेते दबोचा गया. निगरानी घूसखोर कर्मी को प्रखंड परिसर स्थित उसके आवास पर लायी और थाना में केस दर्ज करवा रांची ले गयी.
श्री दुबे के खिलाफ भादवि की धारा 7/13/2, 13/01 डी तथा रिश्वत अधिनियम 1988 के तहत मामला दर्ज किया गया है. टीम में शामिल दंडाधिकारी राजीव रंजन ने बताया कि श्री गोराईं की शिकायत पर टीम ने कार्रवाई की है. आगे न्यायिक प्रक्रिया पूरी कर श्री दुबे को जेल भेजा जायेगा. बताया कि श्री दुबे के पास से टीम द्वारा दी गयी रकम प्राप्त हुई है.
क्या थी शिकायत
रोबिन चंद्र गोराईं को खोखरापहाड़ी गांव स्थित खाता नं.-59, प्लॉट नं.-990, कुल रकबा 0.51 एकड़, खाता नं.-40, प्लॉट नं.-1392, कुल रकबा 0.80 एकड़ तथा खाता नं.-40, प्लॉट नं.-1392, कुल रकबा 0.84 एकड़ जमीन का दाखिल-खारिज करवाना था. श्री दुबे ने उनसे कहा था कि वे दाखिल-खारिज करवा देंगे, लेकिन इसके लिए 60 हजार रुपये खर्च करने होंगे. बाद में सौदा 30 हजार में तय हुआ. उन्होंने तय सौदा के अनुसार रकम की पहली किस्त 15 हजार रुपये श्री दुबे को आज सौंपी. उन्होंने इसकी शिकायत निगरानी से कर रखी थी. मुखिया श्रीमती गोराईं का कहना था कि मामले ने इस बात की पोल खोलकर रख दी है कि निरसा प्रखंड व अंचल में घूसखोरी सिर चढ़कर बोल रही है.
दूसरे क्षेत्र के कर्मचारी हैं श्री दुबे
श्री दुबे हल्का चार के कर्मचारी हैं, जबकि खोखरापहाड़ी गांव हल्का सात के अंतर्गत आता है. सात के हल्का कर्मचारी नंदलाल मंडल हैं. श्री गोराईं के अनुसार, श्री दुबे ही सभी जमीन संबंधी कार्यो को कराने का जिम्मा लेते थे.
पहली बार निगरानी टीम पहुंची निरसा
निरसा प्रखंड सह अंचल कार्यालय में पहली बार निगरानी टीम ने दस्तक दी. हल्का कर्मचारी के रंगेहाथ पकड़े जाने के बाद जहां कर्मचारियों में दहशत है, वहीं आम लोग खुश हैं. उन्हें इस बात की आशा है कि आने वाले दिनों में घूसखोरी में कमी आयेगी.