धनबाद: नाटकीय घटनाक्रम में नन बैकिंग कंपनी एरिल के डायरेक्टर विप्लव डे समेत तीन लोगों को गुरुवार की रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. तीनों को टुंडी से लाया गया है. सरायढेला थाना में कंपनी के डायरेक्टर समेत अन्य के खिलाफ करोड़ों के गबन का केस दर्ज है.
पुलिस उनकी तलाश कर रही थी. स्टील गेट स्थित कंपनी का ऑफिस भी बंद है. आरोप है कि परिपक्वता अवधि पूरी होने के बावजूद राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है. डीएसपी अमित कुमार व सरायढेला थाना प्रभारी रेणु गुप्ता ने एरिल के डायरेक्टर समेत तीनों के गिरफ्त में होने की पुष्टि की है.
पुलिस सूत्रों का कहना है कि तीनों को टुंडी से सरायढेला थाना लाया गया है. निवेशकों के दबाव पर कपंनी की ओर से डायरेक्टर समेत अन्य पदाधिकारी टुंडी पहुंचे थे. निवेशक कागजात पर भुगतान संबंधी हस्ताक्षर कराने का दबाव देने लगे. लोग डायरेक्टर समेत अन्य लोगों को पकड़ कर ले गये. घटना की सूचना मिलते ही टुंडी पुलिस हरकत में आयी. पुलिस दबिश पर तीनों को लोधरिया जंगल में छोड़ दिया गया.
टुंडी थाना प्रभारी ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि पूरनाडीह में कंपनी के डायरेक्टर कंपनी के कुछ ही लोगों से वार्ता कर रहे थे. इसी दौरान कुछ लोग उन्हें अज्ञात स्थान पर ले गये. मुक्ति के बाद डायरेक्टर डे ने प्रभात खबर से कहा कि एरिल को लेकर कुछ लोगों ने आवेदन किया था. उसी समस्या के समाधान के लिए वह टुंडी आये थे. लेकिन हॉट-टॉक हो जाने से वे लोग उन्हें अज्ञात जगह ले गये. किसी ने कोई बुरा बरताव नहीं किया. पुलिस पश्चिमी टुंडी में खोज रही थी, लेकिन उन्हें करमदाहा पुल के पास रखा गया था. रात में पुलिस दबिश के कारण छोड़ा गया.