बरवाअड्डा : बरवाअड्डा थाना क्षेत्र अंतर्गत हवाई अड्डा के पास की एक कॉलोनी के निवासी चालक अशोक पांडेय ने अपनी 26 साल की पत्नी नीतू पांडेय (काल्पनिक नाम) के साथ गुरुवार की रात अमानवीय कृत्य किया. दूसरे मर्द से शारीरिक संबंध नहीं बनाये जाने से नाराज होकर उसने पत्नी एवं बच्चों की भरदम पिटाई की.
फिर क्रूरता की सीमा लांघते हुए पत्नी के प्राइवेट पार्ट में बेलन डाल दिया. इससे वह काफी जख्मी हो गयी. पुलिस ने इस संबंध में आरोपी व उसके दोस्त सोनू के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. अशोक पांडेय बच्चों को लेकर भाग गया है. सोनू भी फरार है.
क्या है मामला : कॉलोनी में भाड़े के मकान में रहने वाली नीतू ने जो पुलिस को बयान दिया, उसके अनुसार गुरुवार की देर रात अशोक अपने एक साथी सोनू के साथ घर पहुंचा. दोनों ने घर के अंदर जमकर शाराब पी. महिला बच्चों को लेकर अपने कमरे में थी. अशोक आया और उसके कमरे में गया. जबरन खींच कर दूसरे कमरे में ले गया.
उसके दोस्त सोनू से शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया. इस पर वह राजी नहीं हुई. फिर दोनों ने मिल कर उसके साथ जबरदस्ती करने का प्रयास किया. फिर भी महिला तैयार नहीं हुई तो अशोक पांडेय बच्चों के साथ मारपीट करने लगा. ऐसा करने से मना किया तो वह नीतू को ही पीटने लगा. निर्वस्त्र कर भरदम पिटाई की. इतने में भी मन नहीं भरा तो उसने पत्नी के प्राइवेट पार्ट में बेलन डाल दिया. इससे काफी रक्तश्राव होने लगा और वह दर्द से तड़पने लगी. किसी तरह भाग कर थाना पहुंची और घटना की जानकारी दी.
वहशी पति की पिटाई से घायल नीतू गुरुवार की रात करीब तीन बजे हाथ के बल घिसक-घिसक कर गिरते–भागते किसी तरह लगभग एक किमी दूर थाना पहुंची. पत्नी को घर में नहीं देख अशोक उसका पीछा करने लगा. रास्ते में अशोक को देख कर नीतू एक गाड़ी के पीछे छिप गयी. नीतू को एक किलोमीटर की दूरी तय करने में डेढ़ घंटे लग गये. अशोक के निकलने के बाद वह थाना गेट के पास से जोर-जोर से चिल्लाने लगी.
जीटी रोड की ओर से पेट्रोलिंग से वापस लौट रहे थाना प्रभारी दिनेश कुमार की नजर नीतू पर पड़ी तो पुलिसकर्मियों को बुलाया. नीतू को निर्वस्त्र देख सभी दंग रह गये. फिर महिला पुलिसकर्मियों ने नीतू को साड़ी पहनाया. फिर थानेदार स्वयं नीतू को लेकर पीएमसीएच पहुंच गये.
पुरुलिया भाग गया अशोक
घटना के बाद अशोक अपने तीनों बच्चों को लेकर अपने मामा घर अघड़पुर–पुरुलिया भाग गया. सूचना है कि पुरुलिया में उसने तीनों बच्चों को छोड़ दिया और वहां से भी भाग गया. मौका पाकर अशोक का दोस्त सोनू भी भाग निकला. सोनू पटना का रहनेवाला बताया जाता है. सोनू पटना में एक अफसर की कार चलाता है. उक्त अफसर का बेटा भी विज्ञान विहार कॉलोनी में ही रहता है. गुरुवार को ही सोनू अशोक के घर आया था. घटना को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चा है.
पीड़िता को बचाना था पहला उद्देश्य : थानेदार
इस संबंध में थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने कहा कि नीतू को देखने के बाद मेरे रोंगटे खड़े हो गये थे. उसका लगातार रक्तश्राव हो रहा था. वह कीचड़ से पूरी तरह लिपटी हुई थी. उसकी हालत को देखते हुए मैं किसी हाल में उसे बचाना चाहता था. नीतू के फर्द बयान पर अशोक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
सोनू से उधार में पैसे लिये थे अशोक ने
पीड़िता के पिता के अनुसार अशोक ने अपने दोस्त सोनू के साथ पचास हजार रुपये लिये थे. नहीं लौटा पाने की स्थिति में सोनू ने अशोक से कहा कि पत्नी से उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए राजी करो, नहीं तो मेरे पचास हजार जल्द वापस करो. बेटी इसके लिए तैयार नहीं हुई तो दोनों ने मिल कर बेटी की भरदम पिटाई की. पिता मूलरूप से लखीसराय के रहनेवाले हैं.
बरवाअड्डा : बरवाअड्डा थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने इस मामले में मानवता की मिसाल पेश की. नीतू पांडेय को लेकर पीएमसीएच पहुंचे तो डॉक्टरों ने कहा कि आरती की स्थिति गंभीर है. यहां इलाज संभव नहीं है. कहा नीतू का ऑपरेशन तुरंत आवश्यक है, नहीं तो इसकी जान जा सकती है. जांच में नीतू का ब्लड ग्रुप बी पॉजिटिव निकला.
थानेदार श्री कुमार का भी ब्लड ग्रुप वही है. वह तुरंत खुद खून देने के लिए तैयार हो गये. मौके पर ही थानेदार एवं एक अन्य पुलिसकर्मी दिनेश राम ने एक–एक यूनिट ब्लड डोनेट किया. इसके बाद आरती का ऑपरेशन शुरू हुआ. ऑपरेशन के पांच घंटे बाद नीतू को होश आया. थानेदार के इस नेक काम के लिए लोग उनकी प्रशंसा कर रहे हैं.
पुलिस ने मारा छापा : घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने अशोक को पकड़ने के लिए कॉलोनी में स्थित उसके घर में छापा मारा. पुलिस सीढ़ी के सहारे आवास में प्रवेश किया. पुलिस अशोक के कमरे में पहुंची तो देखा कि पूरे कमरे में खून के दाग हैं. पुलिस के पहुंचे के पूर्व ही अशोक बच्चों को लेकर भाग गया था.
नग्न अवस्था में थाना पहुंची थी पीड़िता : जालिम पति के चंगुल से भाग कर नीतू जिस समय थाना के सामने पहुंची, उस समय उसके पास कोई कपड़े नहीं थे. केवल अंत: वस्त्र में ही थाना पहुंची और घटना की पूरी जानकारी थाना प्रभारी दिनेश कुमार को दी. उसका इलाज पीएमसीएच में चल रहा है, जहां उसकी स्थिति गंभीर बतायी जा रही है.
पीड़िता के पिता बोले : बेटी की बराबर पिटाई करता था अशोक पांडेय
नीतू के पिता विभाष चंद्र मिश्रा ने बताया कि वर्ष 2009 में बेटी की शादी अशोक पांडेय से की. शादी के बाद आरती को दो पुत्र पीयूष (08 वर्ष), आयुष (05 वर्ष) एवं पुत्री साक्षी (03 वर्ष) को जन्म दिया. शादी के बाद से ही वह हमेशा शराब पीकर बेटी के साथ मारपीट करता था. इस संबंध में बेटी ने महिला थाना में मामला भी दर्ज कराया था.
वर्ष 2015 में समझौता होने के बाद मामला खत्म हो गया. अशोक ने इसके लिए थाने में बॉन्ड भी भरा था. कुछ दिन बाद अशोक फिर बेटी के साथ मारपीट करने लगा. अशोक के डर से बेटी रहने के लिए मेरे पास आ गयी. पिछले माह अशोक अपने रिश्तेदार एवं जीजाजी को लेकर आया औरा बोला कि अब नीतू के साथ कभी मारपीट नहीं करूंगा. अशोक के जीजा ने भी कहा कि दोनों पति–पत्नी शांति से रहेंगे. पिछली बात को छोड़िए और अब दोनों को साथ रहने दीजिए. फिर मैंने बेटी को दामाद अशोक के साथ जाने दे दिया. यह हमारी बड़ी भूल थी.
खराब आचरण के कारण गांव से बहिष्कृत है अशोक
बरवाअड्डा. अशोक पांडेय (30 वर्ष) भेलाटांड़ में रहता था. अशोक हमेशा शराब, अनैतिक गतिविधि एवं असामाजिक काम करते थे. पत्नी से हमेशा लड़ाई, झगड़ा करते रहता था. गांव के लोगों के समझााने के बाद भी वही किसी की बात नहीं मानता था. इसके कारण ग्रामीणों ने उसका सामाजिक बहिष्कार कर दिया था.
इसके बाद वह कॉलोनी के मकान में भाड़ा पर रहने लगा. कॉलोनियों के निवासियों ने बताया कि अशोक पांडेय एक नंबर का शराबी मनबढू एवं वहशी आदमी है. उसके व्यवहार एवं आचरण के कारण कॉलोनी में उसकी किसी से नहीं पटती थी. वह बराबर पत्नी एवं अपने बच्चों को पीटता रहता है. जानकारी के अनुसार विगत दो वर्ष से उसका संपर्क पटना निवासी सोनू (28 वर्ष) से हुआ. सोनू बराबर अशोक का घर आता–जाता था.
