Dhanbad News: सुधीर सिन्हा, धनबाद.
पंजाब के फतेहगढ़ साहिब जिले के मंडी गोबिंदगढ़ में पकड़े गये 10000 करोड़ रुपये से अधिक के फर्जी बिलिंग व जीएसटी चोरी मामले के नेटवर्क में झारखंड की कई कंपनियों की भी संलिप्तता सामने आयी है. बोकारो और रांची की कुल 11 कंपनियों के नाम इस नेटवर्क से जुड़े हैं. इनके विरुद्ध जांच की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. रांची की 10 और बोकारो की एक कंपनी इसमें शामिल है. इसको लेकर पंजाब के राजस्व विभाग ने झारखंड सरकार को पत्र लिखा है. पत्र के अनुसार, यूपी में एक से तीन अक्तूबर 2025 के बीच दर्ज की गयी प्राथमिकियों में हजारों करोड़ रुपये की कर चोरी का खुलासा हुआ है. इस नेटवर्क का मास्टरमाइंड जतिंदर दीक्षित उर्फ जतिन बताया गया है, जो अंबुजा कॉलोनी, जिला खन्ना (पंजाब) का निवासी है.ट्रकों की पासिंग और फर्जी बिलिंग में सक्रिय है नेटवर्क
पत्र में जिक्र है कि जतिन ने देश भर में ट्रकों की पासिंग और फर्जी बिलिंग के कार्य को अपने नेटवर्क के माध्यम से बांट रखा था, जिससे सरकार को जीएसटी का भारी नुकसान उठाना पड़ा. जांच में पता चला है कि जतिन दीक्षित से जुड़ी 30 से अधिक कंपनियां विभिन्न कर्मचारियों के नाम पर रजिस्टर्ड हैं. इनके बिलिंग डेटा की गहन जांच में 10,000 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी का खुलासा हुआ है. जांच एजेंसियों के अनुसार, जतिन दीक्षित ने इस अवैध कारोबार से 500 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति खड़ी कर ली है.
झारखंड की इन कंपनियों की हो रही जांचराधे-कृष्णा एंटरप्राइजेज, बोकारोसिंह एंटरप्राइजेज, तिस्कोपी (झारखंड)शिव एंटरप्राइजेज, मेसरा (झारखंड)श्याम इम्पेक्स, रांचीकान्हा जी एंटरप्राइजेज, रांचीगोल्डन एंटरप्राइजेज, रांचीजायसवाल वर्क्स, रांचीबजरंग एंटरप्राइजेज, रांचीइस्लाम ट्रेडर्स, रांचीरॉयल ट्रेडर्स, रांचीकोहिनूर एंटरप्राइजेज, रांचीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

