कतरासगढ़ : धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन को फिर से चालू करने की मांग करते हुए कतरास विकास मंच ने शनिवार को रावण दहन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रघुवर दास,रेल मंत्री पियूषगोयल समेत कई भाजपा नेताओं और रेलवे के अधिकारियों का पुतला फूंका. हालांकि, पुलिस ने इन्हें ऐसा करने से रोक दिया था, लेकिन देर रात मंच के सदस्यों ने अपनी योजना के अनुरूप ‘2017 के रावण’ का पुतला जला दिया.
30 सितंबर को कतरास विकास मंच ने कहा कि एक षड्यंत्र के तहत डीसी लाइन को बंद करवाया गया है. सरकार का उद्देश्य सिर्फ यहां से कोयला निकालना है. इसलिए यात्री गाड़ियों का परिचालन बंद किया गया है. इसके लिए मंच की नजर में 10 लोग जिम्मेदार हैं.इसलिएउन्हें ‘2017 के रावण’ की संज्ञा दी गयी है.
धनबाद-चंद्रपुरा रेल लाइन फिर से चालू होगी
विजयदशमी के दिन अपना विरोध जताने के लिए मंच ने 10 सिरवाले रावण का पुतला बनाया. बायेंसे दायें के क्रम में गिरिडीह के सांसदरवींद्र पांडेय, डीजीएमएस के निदेशक एके सरकार, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास, रेलबंदी का आदेश पारित करनेवाले रेलवे बोर्ड के निदेशक अनिल लाहोटी, रेलबंदी का आदेश देनेवाले पूर्व रेल मंत्री सुरेश प्रभु, भारत के प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदी, कोयला मंत्री पीयूष गोयल, कोयला सचिव सुशील कुमार, झारखंड की मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, बाघमारा के विधायक ढुल्लू महतो की तस्वीरें लगायी गयी थीं. देर रात कतरास विकास मंच के अध्यक्ष नितेश ठक्कर ने ‘2017 के रावण’ दहन किया.
धनबाद -चंद्रपुरा : नयी रेल लाइन का भेजा गया है प्रस्ताव
इस अवसर पर कामना की कि इन लोगों के अंदर के रावण का अंत हो जाये. ये लोग डीसी लाइन को पुनः चालू कर दें. पुतला दहन केवक्त उपस्थित लोगों ने डीसी लाइन के पुनः चालू नहीं होने पर आगामी 2019 के चुनाव में रेल लाइन पर परिचालन बंद करने के कथित षड्यंत्र में शामिल सभी लोगों को सबक सिखाने का प्रण लिया.
मौके पर मंच के कैलाश केजरीवाल, मणि शर्मा, राजेश कुमार रवि, डॉ पुष्पेश कुमार इंदु, पंकज कुमार गुप्ता, अनुज रवानी, मुनि जी गोस्वामीवअन्य उपस्थित थे.