सारठ बाजार. थाना क्षेत्र के कपसा गांव के ग्रामीणों ने पुलिस पर झूठी खबर फैलाने का आरोप लगाते हुए सोमवार को प्रदर्शन किया. थाना क्षेत्र के कपसा गांव के दर्जनों ग्रामीणों ने सोमवार को पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने पुलिस पर साइबर के नाम पर निर्दोष लोगों को पकड़ने और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने आरोप लगाया. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि पुलिस साइबर के नाम पर छापेमारी कर निर्दोष को ले जाता है और तीन से चार दिन तक थाने में रख बेरहमी से मारपीट कर करता है परिजनों से मिलने तक नहीं देता है. निर्देश लोगों से पैसा लेने का भी आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने कहा बीते 10 अप्रैल गुरुवार को लगभग 50 की संख्या में पुलिस उनके गांव में पहुंची और पुलिस द्वारा घर में घुस कर कई निर्दोष को मारपीट कर जबरन साथ ले गयी. कार्रवाई के बारे पूछने पर पुलिस द्वारा परिजनों महिलाओं के साथ भी मारपीट करने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस द्वारा प्रेस कांफ्रेंस कर घोरपरास जंगल में गिरफ्तार करने की बात गयी है. जबकि ग्रामीणों ने मोबाइल में वीडियो दिखाते हुए कहा कि उनलोगों के पास 10 अप्रैल की पुलिस की बर्बरता पूर्ण छापेमारी का प्रमाण के तौर पर वीडियो भी मौजूद है. मौके पर पूर्व मुखिया अब्दुल मियां, ग्रामीण गुलबानु बीबी, मेहरबानू बीबी, मुबारक अंसारी सुल्तान अंसारी, फुरकान अंसारी, अलाउद्दीन अंसारी, महबूब मियां, मुस्तकीम अंसारी समेत दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है