मधुपुर. प्रखंड क्षेत्र की 21 पंचायतों के विभिन्न गांव में पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल व प्रखंड द्वारा 14 वें व 15 वें वित्त आयोग के माध्यम से ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराये जाने के उद्देश्य से लगाया गया सोलर युक्त वाटर सप्लाई सिस्टम बेकार पड़ गया है. बताया जाता है कि विभिन्न गांव में पेयजल विभाग द्वारा 740 सोलर युक्त वाटर सप्लाई सिस्टम स्थापित किया गया था. जबकि प्रखंड स्तर से 43 वाटर सप्लाई सिस्टम स्थापित किया गया था. जिसमें प्रत्येक यूनिट की लागत 7 लाख से लेकर 8 लाख 50 हजार रुपये तक है. पर कुछ महीने चलने के बाद ही आधा से अधिक सिस्टम फैल हो गया और ग्रामीणों को योजना का लाभ नहीं मिल पाया. इस भीषण गर्मी में लोगों को पीने के पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि कई नल जल योजना का बोरिंग धंस जाने के कारण पानी नहीं मिल पा रहा है. वहीं कई गांव में पाइप लाइन बिछाने के बाद भी पानी आपूर्ति नहीं हो रही है. इस संबंध में पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के अभियंता चंदन कुमार सिंह ने बताया कि 740 नल जल योजना का काम प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांव में चल रहा है. कई योजना आवंटन के अभाव के कारण अधर में लटका हुआ है. राशि आवंटित होते ही कार्य को पूरा किया जायेगा.
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