वरीय संवाददाता, देवघर : साइबर थाने की विशेष टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर जसीडीह थाना क्षेत्र के रायडीह जंगल में छापेमारी कर एक युवक को रंगे हाथ साइबर ठगी करते गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार युवक की पहचान अजय कुमार दास के रूप में हुई है, जो देवीपुर थाना क्षेत्र के सिरसिया गांव का रहनेवाला है. पुलिस ने उसके पास से एक मोबाइल फोन और दो सिमकार्ड जब्त किये हैं. इनमें से एक सिमकार्ड प्रतिबिंब टारगेटेड सिमकार्ड बताया जा रहा है. पुलिस मीडिया सेल से मिली जानकारी के अनुसार, जब्त मोबाइल व सिमकार्ड की जांच में कई साइबर अपराधों से जुड़ी कड़ियों का खुलासा हुआ है. एसआइ घनश्याम गंझू की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में मंडल कारा भेज दिया गया. पुलिस पूछताछ में आरोपित अजय ने कई अहम खुलासे किये हैं. उसने स्वीकार किया कि वह फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी, लोन पास कराने वाला एजेंट या लॉटरी अधिकारी बनकर लोगों को झांसे में लेकर ठगी करता था. वह फोन पे, पेटीएम और अन्य ऑनलाइन माध्यमों से लोगों के बैंक अकाउंट की जानकारी हासिल कर रुपये उड़ा लेता था. साइबर थाना को सूचना मिली थी कि रायडीह जंगल में कुछ युवक मोबाइल फोन के माध्यम से आमलोगों से ऑनलाइन ठगी कर रहे हैं. सूचना की पुष्टि होने पर वरिष्ठ पदाधिकारियों के निर्देश पर साइबर थाने की टीम ने जसीडीह थाना पुलिस के सहयोग से छापेमारी की. इस दौरान आरोपी अजय को मौके से पकड़ लिया गया, जबकि अन्य साथी फरार हो गये. छापेमारी दल का नेतृत्व साइबर थाना इंस्पेक्टर हरदियूस टोप्पो ने किया. दल में जसीडीह थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दीपक कुमार, साइबर थाने के एसआई घनश्याम गंझू समेत कई पुलिस बल शामिल थे. पुलिस अब आरोपी के मोबाइल डेटा और कॉल डिटेल्स की जांच में जुटी है, ताकि उसके अन्य साथियों तक पहुंचा जा सके. पुलिस का कहना है कि जल्द ही फरार आरोपियों की पहचान कर उन्हें भी गिरफ्तार किया जायेगा. देवघर पुलिस ने आमलोगों से अपील की है कि किसी भी अनजान कॉल या लोन, लॉटरी, या कस्टमर केयर के झांसे में न आएं और संदिग्ध कॉल की तुरंत सूचना साइबर थाना या नजदीकी पुलिस स्टेशन को दें. हाइलाइट्स साइबर थाना की विशेष टीम की कार्रवाई, मोबाइल व दो सिमकार्ड बरामद आरोपी फर्जी कस्टमर केयर अधिकारी बनकर करता था ऑनलाइन ठगी कोर्ट में पेशी के बाद आरोपी को भेजा गया न्यायिक हिरासत में
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