मधुपुर. पाथरोल पुलिस ने शुक्रवार को नकली लॉटरी टिकट खपाने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है. साथ ही पश्चिम बंगाल भेजे जा रहे 9 बोरी लॉटरी का नकली टिकट के अलावे टिकट छपाई करने वाले सामग्री भी बरामद किया है. जब्त किया गया टिकट की कीमत लाखों में है. घटना के संबंध में बताया जाता है कि पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर मधुपुर से सारठ की ओर जा रही यात्री बस को बारा-बहादुरपुर गांव के पास रोका व जांच की, जिसमें नौ बोरी में लॉटरी के टिकट बरामद हुआ. बस चालक व उपचालक से पूछताछ के बाद लॉटरी टिकट चढ़ाने वाले दो ठेला मजदूर के संबंध में जानकारी ली. दोनों मजदूर वही थे. उनलोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया. इसके अलावा लॉटरी टिकट लाने वाले टोटो चालक को भी हिरासत में लिया. हिरासत में लिये गये लोगों के निशानदेही पर पाथरोल पुलिस ने मधुपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर स्थित आफताब के मुर्गी फार्म में छापेमारी की. मुर्गी फार्म के नीचे ही अंडरग्राउंड में अवैध लॉटरी का छपाई चल रहा था. पाथरोल व मधुपुर पुलिस ने वहां से भारी मात्रा में नकली लॉटरी छापने की सामग्री बरामद किया. जिसमें आधा दर्जन से अधिक प्रिंटर, कटाई मशीन, लैपटॉप, सादे कागज का दर्जनों बंडल व अन्य उपकरण शामिल थे. बताया जाता है कि पुलिस के पहुंचने से पूर्व ही छपाई करने वाले कर्मचारी और मास्टरमाइंड वहां से फरार हो गया था. पूछताछ में पता चला कि लॉटरी के टिकट को बंगाल भेजा जा रहा था. पश्चिम बंगाल में पंजीकृत व वैध माने जाने वाले लॉटरी की छपाई फतेहपुर में पिछले कई महीनों से किया जा रहा था. छह पीस के एक बंडल टिकट को बाजार में 30 रुपया में बेचा जाता है. बरामद किये गये टिकट की कीमत लाखों में है. इसके मूल्य का वास्तविक आंकलन गिनती के आधार पर किया जा रहा है. बरामद टिकट पश्चिम बंगाल के टिकट डियर कंपनी का बताया जाता है. जिसका खेल अगले महीना होना था. पूछताछ में पुलिस को कई अहम जानकारी भी मिला है. बताया जाता है कि इस गोरख धंधे में कई लोग संलिप्त होने की चर्चा है, जिसमें बाइक शोरुम संचालक, बरतन व्यवसायी, चिकन कारोबारी के नाम की चर्चा है. हिरासत में लिये गये तीनों से पुलिस पूछताछ कर रही है. पूछताछ में पता चला कि संगठित गिरोह द्वारा प्रत्येक दिन लाखों का लॉटरी टिकट विभिन्न बस के माध्यम से अलग-अलग जिलों में भेजा जाता था. साथ ही अलग अलग स्थानों में बस में टिकट को चढ़ाया जाता था. ताकि किसी को संदेह न हो. पुलिस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी कर रही है.
पिछले महीने भी हुआ था नकली लॉटरी का भंडाफोड़
बताते चले कि पिछले 10 जुलाई को भी शहर के पनाहकोला इलाके में भी अवैध लॉटरी छपाई के एक अन्य गिरोह का भंडाफोड़ किया गया था. उस घटना में भी एक व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई थी. उस कार्रवाई में पुलिस ने 40-50 हजार नकली लॉटरी टिकट, दो प्रिंटर, लैपटॉप, कटर और पंचिंग मशीन जब्त की थी. उस मामले में भी संचालक फरार हो गया था. जबकि तिलैयाटांड़ निवासी नसीम अंसारी नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था.हाइलार्ट्स : फतेहपुर में मुर्गी फार्म के आड़ में चल रहा था नकली लॉटरी धंधा बिहार, झारखंड व पश्चिम बंगाल में खपाया जाता था टिकट
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