चितरा. प्रखंड क्षेत्र सहित झारखंड के 72 डीएवी स्कूलों में विधिक साक्षरता क्लब का झारखंड हाइकोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद ने ऑनलाइन उद्घाटन किया. वहीं, झालसा की ओर से आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत दीप जलाकर किया गया. कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ राघवेंद्र तिवारी सहित देवघर एवं मधुपुर कोर्ट से न्यायाधीश श्री रवि नारायण, सुश्री सुचिता निधि तिग्गा, श्रीमती पूर्णिमा तिर्की के साथ अधिवक्ता बिनोद कुमार सिन्हा एवं ज्योति कर्मशील शामिल हुए. दरअसल, विधिक साक्षरता क्लब का उद्देश्य समाज में फैली कुरीतियों जैसे बाल-श्रम, बाल-विवाह, मानव तस्करी, बाल यौन शोषण, कन्या भ्रूण हत्या आदि के विरुद्ध संघर्ष करना है. वहीं, न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद ने बताया कि समाज में विधिक साक्षरता के बिना लोगों को न्याय दिलाना संभव नहीं है. कहा कि डीएवी के लोग सच्चे कर्मयोगी हैं जोकि समाज में फैली कुरीतियों के विरुद्ध संघर्ष करते रहते हैं. वहीं अपने संबोधन में न्यायमूर्ति प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि विधिक शिक्षा एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है. इस अवसर पर डीएवी हेहल के सहायक क्षेत्रीय पदाधिकारी संजय कुमार मिश्र ने बताया कि ईश्वर, मानव की रचना करते हैं, लेकिन उनमें मानवता भरने का काम डीएवी करता है. इस अवसर पर शिक्षक-शिक्षिकाओं सहित कक्षा नौवीं एवं ग्यारहवीं के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे. वहीं, क्षेत्र के पारा लीगल स्वयंसेवक भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए. यह जानकारी शिक्षक सह मीडिया प्रभारी मुकेश कुमार सिंह ने दी.
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